Adult Film Blue Film : दुनिया भर में एडल्ट या पॉर्न फिल्मों (Adult Film Blue Film) को ब्लू फिल्म कहा जाता है। कई लोगों के मन में एक सावाल जरूर उठाता होगा कि आखिर एडल्ट फिल्मों को ब्लू फिल्म (Adult Film Blue Film) ही क्यों कहते है? ऐसी फिल्मों को लाल, सफेद या अन्य रंग के नाम से क्यों नही जाना जाता। आइए जानतें हैं इसके पीछे की वजह…
इसलिए पड़ा ब्लू फिल्म नाम।
दरअसल इन सवालों को लेकर कई तरह की बाते कहीं जाती रही हैं। बताया जाता है कि जब एडल्ट फिल्मों (Adult Film Blue Film) की शुरुआत हुई थी तो उस समय वीसीआर का जमाना था और नॉर्मल एंटरटेनमेंट फिल्मों की आड़ में ये फिल्में बेची जाती थीं। वहीं जब लोग इन्हें खरीदने जाते थे तो दुकानदार उन्हें नीले पैकेट में पैक करके देते थे। यही वजह थी कि इनका नाम ब्लू फिल्म (Adult Film Blue Film) पड़ गया। इसके अलावा कहा जाता है कि जब इन फिल्मों की शुरुआत हुई तो बजट कॉस्ट बहुत ही कम होता था। ऐसे में कलर फिल्में बनाना थोड़ा मुश्किल था इसलिए पॉर्न फिल्में ब्लैक एंड व्हाइट (Adult Film Blue Film) में ही शूट की जाती थीं। फिर उन्हीं मूवीज को रंगीन दिखाने के लिए उसमें नीले रंग का इस्तेमाल किया जाता था। मूवी में सबकुछ नीला दिखने लगता था इसलिए सब इसे ब्लू फिल्म (Adult Film Blue Film) के नाम से जानने लगे।
यह भी था एक कारण
एक अन्य कारण यह भी था कि ब्लैक एंड व्हाइट (Adult Film Blue Film) में बनाए जाने के कारण फिल्मों की लागत तो कम आती थी लेकिन इनका प्रिंट संभाल कर रखना आसान नहीं था। इसके लिए एक तरकीब निकाली गई और फिल्मों के आउटपुट में ब्लू टिंट का प्रयोग किया गया। इसलिए नाम ब्लू फिल्म (Adult Film Blue Film) पड़ गया। वही यह भी बताया जाता है कि दुनिया की जो पहली एडल्ट मूवी बनी, उसका नाम ब्लू मूवी था। टेक्निकल इश्यू की वजह से इसमें हर सीन नीला दिखाया गया था इसलिए नाम ब्लू फिल्म (Adult Film Blue Film) पड़ गया। बताया जाता है कि यह फिल्म अमरीका के कई थिएटर्स में रिलीज की गई थी।