Baba Ramdev Paralysis : योग गुरू के नाम से दुनियाभर में प्रसिद्ध और हर प्रकार का इलाज का दावा करने वाले योग गुरू बाबा रामदेव (Yoga Guru Baba Ramdev) का बचपन में ही आधा शरीर खराब (Baba Ramdev Paralysis) हो गया था। बाबा रामदेव को आज भी एक आंख से ठीक से दिखाई नहीं देता है। बचपन में उनके शरीर का बायां हिस्सा पूरी तरह से खराब (Baba Ramdev Paralysis) हो गया था। आज हम आपको यही बताने जा रहे है कि आखिर कैसे बाबा रामदेव की एक आंख खराब कैसे हुई थी। आखिर उनकी बीमारी कैसे ठीक हुई, आइए बताते है।
बाबा रामदेव (Yoga Guru Baba Ramdev) की एक आंख कैसे खराब हुई, यह जानने से पहले आपको बताते है कि बाबा रामदेव (Yoga Guru Baba Ramdev) का असली नाम रामकिशन यादव है उनका जन्म 1965 में हरियाणा के महेंद्रगढ़ में हुआ था। उनके पिता का नाम रामनिवास यादव और माता का गुलाबो देवी था। उन्होंने अपनी पांचवी तक की पढ़ाई गांव में ही की थी लेकिन इसके बाद उन्होंने गांव से बाहर गवर्मेंट स्कूल में दाखिला ले लिया।
बाबा का क्या हुई थी बीमारी
बाबा राम देव (Yoga Guru Baba Ramdev) जब आठ साल के थे तब उनको पैरालिसिस (Baba Ramdev Paralysis) हो गया था। जिसके चलते उनका आधा शरीर पूरी तरह से खराब (Baba Ramdev Paralysis) हो गया था। पैरालिसिस का सबसे ज्यादा अटैल उनकी बांयी आंख पर हुआ था। जिससे उन्हें आंख से देखना बंद हो गया। पैरालिसिस (Baba Ramdev Paralysis) के कारण उन्होंने बिस्तर पकड़ लिया और किताबे पढने लगे। एक दिन उनके हाथ योग की किताब लगी जिसमें लिखा था कि योग करने से मन और तन पर कंट्रोल किया जा सकता है। किताब पढ़ने के बाद उन्होंने रोजाना योग करना शुरू कर दिया। जिसका उन्हें फायदा यह हुआ की उन्होंने योग के माध्यम से पैरालिसिस (Baba Ramdev Paralysis) पर कुछ हद तक काबू पा लिया।
बालकृष्ण से हुई मुलाकात
बाबा रामदेव (Yoga Guru Baba Ramdev) ने योग से पैरालिसिस (Baba Ramdev Paralysis) पर काबू पा लिया। इसके बाद उन्होंने खानपुर के गुरूकुल में चले गए जहां उनकी मुलाकात बालकृष्ण से हुई। और उनसे जुड गए। इसके बाद बाबा रामदेव गुरूकुल से जीन जिले के कलवा आश्रम चले गए थे। जहां उनके दूसरे गुरू आचार्य बलदेव ने उनका नाम बाबा रामदेव रख दिया।
1993 में शुरू किया योग सिखाना
बाबा रामदेव (Yoga Guru Baba Ramdev) साल 1993 में हरिद्वार आ गए और योग सीखाना शुरू कर दिया। सबसे पहले बाबा रामदेव (Yoga Guru Baba Ramdev) ने दो कारोबारियों को योग सिखाया, जब बाबा के योग के बारे में गुजरात के लोगों को पता चला तो उन्हें गुजरात बला लिया गया। गुजरात में रहने के दौरान एक हीरा कारोबारी की उन पर नजर पड़ गई। जिसके बाद हीरा कारोबारी ने बड़े स्तर पर एक शिविर का आयोजन किया। इस शिविर में करीब 2000 से अधिक लोगों ने हिस्सा लिया। इस शिविर के बाद से बाबा रामदेव (Yoga Guru Baba Ramdev) ने योग के रास्ते पर कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा, वह आगे ही बढ़ते गए। बाबा रामदेव (Yoga Guru Baba Ramdev) का नाम इतना तेजी से देश में फैलने लगा की उनके शिविर में मंत्री से लेकर बड़े से बड़े अधिकारी और कारोबारी आने लगे।
आपको बता दें कि आज बाबा रामदेव (Yoga Guru Baba Ramdev) के शरीर का बायां हिस्सा बिल्कुल स्वस्थ है, लेकिन उन्हें बाई आंख से देखने में परेशानी होती है। जिस योग को बाबा रामदेव (Yoga Guru Baba Ramdev) ने बचपन में हुई एक घटना के कारण अपनाया, आज वहीं उन्हें प्रसिद्धी दे रहा है। बाबा रामदेव (Yoga Guru Baba Ramdev) आज भारत और विदेशों में योग के जरिए लोगों की बीमारियों को ठीक कर रहे है।