Secret Of Number 108 : दुनिया में गणित का स्थान हमारे जीवन में हर पल हर समय अपनी अहम भूमिका निभाता है। दुनिया में जिनती भी खोज हुई है उनमें गणि अपनी अहम भूमिका निभाता आया है। लेकिन गणित के कुछ ऐसे अंक है जो अपनी अलग पहचान रखते है। जैसे की हिंदू धर्म में 108 (Secret Of Number 108) का महत्व, इस्लाम धर्म में 786, 007 जेम्स बांड की पहचान मानी जाती है। लेकिन इन सब में 108 नंबर (Secret Of Number 108) एक ऐसा नंबर है जो धरती से आकाश और सूर्य से शिवत तक दुनिया को कंट्रोल करके रखता है।
108 नंबर (Secret Of Number 108) को दुनिया का सबसे रहस्यमयी नंबर माना जाता है और इस नंबर का सनातन धर्म से गहरा जुड़ाव रहा है। इस रहस्यमयी नंबर 108 (Secret Of Number 108) को लेकर कई हैरान करने वाले खुलासे हो रहे हैं। हिंदू धर्म के अलावा 108 नंबर (Secret Of Number 108) का महत्व बौद्ध धर्म में भी काफी है। हिंदू धर्म में शक्तिपीठ, उपनिषद, भगवान शिव के नाम, नामों का जाप की संख्या 108 है। भगवान के प्रसिद्ध नृत्य जिसे नटराज के नाम से जाना जाता है उसमें भी 108 स्टेप है।
सनातन धर्म में 108 का महत्व
नंबर 108 (Secret Of Number 108) सनातन धर्म से काफी जुड़ा हुआ है। हम हाथ में जो माला लेकर जाप करते है उसमें 108 मोती (Secret Of Number 108) होते है। वही रूद्राक्ष की माला में भी 108 दाने होते हैं। इनके अलावा हिंदुओं में किसी चीज का 108 होना बहुत शुभ माना जाता है। सबसे बड़ा उदहारण के तौर पर दुनिया का सबसे बड़ा हिंदू मंदिर माना जाने वाला अंगकोर वट मंदिर का निर्मार्ण 108 पत्थरों से किया गया है। श्रीयंत्र में भी 108 नंबर आता है। श्रीयंत्र में 9 त्रिकोण होते हैं, जिनमें से 4 त्रिकोण ऊपर पांच त्रिकोण नीचे होते हैं। 108 मतलब 1$0$8=9 होता है, और ये 9 त्रिकोण 54 बार एक दूसरे से मिलते हैं, पुरूष और महिला के क्वालिटी का प्रतिनिधित्व करता है और 54 को दो बार गुना करने पर भी 108 (Secret Of Number 108) होता है। यानि, 108 नंबर का काफी महत्व है।
बौद्ध धर्म में भी 108 का महत्व
भगवान शिव की तरह ही भगवान गौतम बुद्ध के 108 नाम हैं, वहीं, भगवान बुद्ध के ज्यादातर मंदिरों में सीढ़ियों की संख्या भी 108 (Secret Of Number 108) ही होती है। तिब्बतन बुद्धिइज्म में गुप्त किताबों की संख्या भी 108 है, जिनमें 108 प्रकार के पापों की संख्या बताई गई है। इसके साथ ही हिंदुइज्म और बौद्ध धर्म में कहा गया है, कि हर इंसान के पास 108 प्रकार के इमोशन होते हैं, जिनमें से 36 इमोशन भूतकाल से, 36 इमोशन वर्तमान काल से और 36 इमोशन भविष्यकाल से जुड़े होते हैं।
पृथ्वी और ब्रह्मांड में 108 का महत्व
साल 1170 में इटली के विद्वान वैज्ञानिक लियोनार्डाे ऑफ पिसा ने अपनी रिसर्च में कहा था, कि नंबर 108 (Secret Of Number 108) ब्रह्मांड की यूनिटी और अस्तित्व को दर्शाता है। लियोनार्डाे की तरह ही एक और इटली के महान गणितज्ञ गैलीलियो का मानना था, कि हमारा पूरा ब्रह्मांड एक गणीतिय गणना पर आधारित है, जिसे हल करने से ब्रह्मांड के रहस्यों को समझा जा सकता है। उनका मानना था, कि ये नंबर एक सीक्रेट कोड की तरह है, जिसे डिकोड करने के बाद हम ब्रह्मांड के रहस्य को सुलझा सकते हैं और उन्होंने नंबर 108 (Secret Of Number 108) को एक तिलस्मी सीक्रेट कोड करार दिया था। इनके अलावा पृथ्वी से चंद्रमा की दूरी और चंद्रमा से सूर्य की दूरी को देखें, तो उसमें भी नंबर 108 का काफी महत्व पता चलता है। अगर हम पृथ्वी से चांद की दूरी की बात करें, तो ये दूरी 3 लाख 84 हजार 400 किलोमीटर है, जो चंद्रमा के कुल डायमीटर का 108 गुना है। वहीं, पृथ्वी और सूर्य के बीच की दूरी 152.09 मिलियन किलोमीटर की दूरी है, जो सूर्य के डायमीटर का 108 गुना है।