Baarish Totke : भारत के सभी राज्यों में मानसून का बेसब्री से इंतजार किया जा रहा है। लोग भीषण गर्मी से निजात पाने के लिए मानसून का इंतजार (Baarish ke Totke) कर रहे है। हालांकि देश के कई राज्यों में मानसून (Baarish ke Totke) की दस्तक हो चुकी है। तो कई राज्यों में भारी बारिश का सिलसिला (Baarish ke Totke) जारी है। मौसम विभाग ने भी जल्द मानसून आने की संभावनाएं जताई है। मौएम विभाग के अनुसार 30 जून तक मानसून दस्तक (Baarish ke Totke) दे सकता है। लेकिन क्या आपको पता है कि बारिश का इंतजार करने वाले लोग बारिश को जल्द बुलाने के लिए कई तरह के टोटके करते है। देश के कुछ राज्यों में ऐसी परंपरा (Baarish ke Totke) आज भी निभाई जाती है।
मेंढक-मेढ़की की शादी
बारिश को बुलाने के लिए कई राज्यों में अलग-अलग परंपराएं (Baarish ke Totke) निभाई जाती है। यूपी, बिहार और उत्तर पूर्वी राज्यों में बारिश को बलाने के लिए हिंदू रीति-रिवाज के तहत मेंढ़क-मेढ़की की शादी कराई जाती है। तो वही उड़ीसा में इंद्र देवता को खुश करने के लिए मेंढकों का नाच कराया जाता है। उड़ीसा में इसे बेंगी नानी नाचा के नाम से जाना जाता है। इस दौरान लोग एक मेंढ़क को आधे भरे मटके में रख देते है। और गाजे-बाजे के साथ दो लोग मटके को उठाकर जुलूस लेकर निकलते है।
यहा बनाया जाता है किसानों को बंधक
मध्यप्रदेश में बारिश (Baarish ke Totke) को बुलाने के लिए कई तरह के टोटके (Baarish ke Totke) किए जाते है। यहां कई गांवों में शिवलिंग को पानी में डूबोकर रखा जाता है, ताकि अच्छी और जल्दी बारिश (Baarish ke Totke) हो। वही एक टोटका यह भी है कि गाने बाजे के साथ गांव की महिलाएं खेतों पर अचानक हमला बोल देती है और किसान को बंधक बना लेती है। बंधक बनाए गए किसान को दुल्हन बनाया जाता है। और उसकी पैसे देकर विदाई की जाती है। माना जाता है कि ऐसा करने से इंद्र देवता प्रसन्न होते है। वही खंडवा में लोग मंदिर के आंगन में मटके जमीन में गाड़ देते हैं।
यहां कराए जाते है यज्ञ
वहीं पंजाब, गुजरात और हरियाणा में बारिश (Baarish ke Totke) नहीं होने की स्थिति में बड़े पैमाने पर यज्ञ और हवन कराए जाते है। अक्सर ऐसे यज्ञ जून-जुलाई के महीने में किए जाते है।