अगरतला। Agartala-Kolkata Bus Service Restored ढाका के रास्ते अगरतला से कोलकाता के बीच चलने वाली बस सेवा कोविड-19 महामारी के कारण दो साल से अधिक समय तक निलंबित रहने के बाद शुक्रवार से दोबारा शुरू हो गई। त्रिपुरा के एक मंत्री ने यह जानकारी दी, राज्य के परिवहन मंत्री प्रणजीत सिंह रॉय ने अखौरा में एकीकृत चेकपोस्ट पर इस अंतरराष्ट्रीय बस सेवा को हरी झंडी दिखाई।
परिवहन मंत्री ने दी जानकारी
इस मौके पर उन्होंने कहा, “सीमा पार बस सेवा के संचालन से भारत और बांग्लादेश के बीच सहयोग को बढ़ावा मिलेगा।” त्रिपुरा से ढाका के रास्ते कोलकाता जाने वाली 40 सीटों वाली बस में पहले दिन कुल 28 यात्रियों ने यात्रा की। यह बस सेवा हफ्ते में छह दिन उपलब्ध होगी। अधिकारियों के मुताबकि, बस ढाका के रास्ते अगरतला से कोलकाता के बीच की तकरीबन 500 किलोमीटर की दूरी लगभग 19 घंटे में पूरी करेगी। ट्रेन के जरिये गुवाहाटी के रास्ते दोनों शहरों के बीच की दूरी तय करने में लगभग 35 घंटे का समय लगता ह। ढाका के रास्ते त्रिपुरा से कोलकाता के बीच संचालित होने वाली बस सेवा को मार्च 2020 में कोरोना वायरस महामारी के दस्तक देने के बाद निलंबित कर दिया गया था। इस बस सेवा में अगरतला से कोलकाता के बीच का किराया प्रति यात्री टैक्स सहित 2,300 रुपये होगा। वहीं, त्रिपुरा की राजधानी से ढाका तक के सफर के लिए यात्रियों से 1,000 रुपये किराया वसूला जाएगा।
बेहद फायदेमंद रहेगी सेवा
रॉय ने कहा, “पड़ोसी असम में बाढ़ और भूस्खलन के कारण लंबी दूरी की ट्रेन रद्द होने और हवाईयात्रा की मांग बढ़ने से किराये में जबरदस्त वृद्धि के मद्देनजर सीधी बस सेवा लोगों के लिए बेहद फायदेमंद रहेगी।”उन्होंने कहा कि आने वाले दिनों में यात्रियों की संख्या और बढ़ेगी, क्योंकि उन्हें बस सेवा बहाल होने की जानकारी मिलेगी।रॉय ने संबंधित अधिकारियों से विदेशी कानूनों पर कड़ाई से अमल करते हुए सीमा पार बसों का सुचारू संचालन सुनिश्चित करने की अपील भी की।उन्होंने जोर देकर कहा कि केंद्र में भाजपा के नेतृत्व वाले राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) शासन के दौरान देश के बाकी हिस्सों के साथ राज्य की कनेक्टिविटी (संपर्क मार्ग) में सुधार हुआ है। रॉय ने यह भी कहा कि राज्य सरकार ने अगरतला हवाईअड्डे से दैनिक उड़ानों की संख्या बढ़ाने की पहल की है। मौजूदा समय में यहां से संचालित दैनिक उड़ानों की संख्या 18 है। कार्यक्रम में अगरतला के मेयर दीपक मजूमदार, बांग्लादेश के सहायक उच्चायुक्त आरिफ मोहम्मद और राज्य के प्रधान सचिव एलएच डारलोंग भी मौजूद थे।