न्यूयार्क। अमेरिका के न्यू ओर्लियान्स शहर की ओर जा रहे एक तेल टैंकर पोत पर सवार एक भारतीय इंजीनियर ने खराब मौसम के कारण समुद्र में फंसी एक नौका से लोगों को बचाने में मदद की। इस इंजीनियर के पास सेना में काम करने का अनुभव था। अमेरिका की सीमा शुल्क और सीमा रक्षण (सीबीपी) एजेंसी की ओर से बृहस्पतिवार को जारी एक प्रेस विज्ञप्ति में कहा गया है कि अप्रैल में चार लोग (एक अमेरिकी नागरिक, अर्जेंटीना का एक नागरिक, एंटीगुआ का एक व्यक्ति और एक ब्रिटिश कप्तान) एंटीगुआ और बारबुडा से महीनेभर की यात्रा पर निकले थे और उन्हें अटलांटिक महासागर पार कर बार्सिलोना जाना था।
मौसम बहुत खराब था
यात्रा शुरू होने के पांच दिन बाद ही उनकी नौका का जनरेटर खराब हो गया, लेकिन उन्होंने खाने-पीने का सामान और इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों के लिए बैटरी आदि की बचत कर यात्रा जारी रखी। इस दौरान 15 मई को मौसम खराब हो गया और तेज हवाएं चलने लगीं। नौका पर सवार यात्रियों ने रेडियो के जरिये आसपास के पोतों से संपर्क स्थापित किया और उन्हें सूचना दी। यात्रियों में से एक वैनिसा ने कहा, “मौसम बहुत खराब था और अचानक से पता नहीं कहां से यह टैंकर आ गया।”
कप्तान बाद में अजोरेस में उतरा
टैंकर पोत देखकर उन्होंने अपनी नौका छोड़ने और टैंकर में सवार होकर जान बचाने का निर्णय लिया। विज्ञप्ति में कहा गया है, “तीन प्रयासों के बाद टैंकर पोत पर सवार एक भारतीय इंजीनियर ने बचाव रस्सी बिल्कुल सटीकता से फेंकी, जिसे अर्जेंटीना के नागरिक ने पकड़ लिया।” विज्ञप्ति में इस भारतीय नागरिक के नाम का खुलासा नहीं किया गया है। हालांकि, यह बताया गया है कि वह सैन्य अनुभव रखता है। इसमें कहा गया है, “कप्तान को छोड़कर सभी को सुरक्षित बचा लिया गया। एंटीगुआ के नागरिक को हाइपरथर्मिया हो गया था और उसे चिकित्सकीय सहायता की जरूरत थी। कप्तान बाद में अजोरेस में उतरा।” चारों यात्रियों ने टैंकर पर 24 दिन गुजारे।