RAIPUR:मानसून(MONSOON POLITICS) आने को है और बिलासपुर में जलभराव की चिंता लोगों को सताने लगी है.थोड़ी देर की ही बारिश में शहर जलमग्न हो जाता है.उधर निगम हर साल की तरह इस बार भी ड्रेनेज सिस्टम और अधूरे पड़ी नालियों के काम को पूरा करने में जुटा हुआ है.हालांकि विपक्ष निगम की मौजूदा तौयारी पर सवाल उठा रहा है।
MONSOON POLITICS
छत्तीसगढ़ में मानसून की दस्तक 14 जून के आसपास होती है.बारिश का मौसम आते ही बिलासपुर शहर में जलभराव की बड़ी समस्या होने लगती है.ड्रेनेज सिस्टम सही नहीं होने से सड़कों पर घंटों पानी का जमाव रहता है.इसके अलावा शहर के पुराना बस स्टैंड, करबला रोड, इमलीपारा, निराला नगर, चंदुआ भाठा, तेलीपारा, श्रीकांत वर्मा मार्ग, सिम्स चौक, अमर जवान चौक से पुराना बसस्टैंड रोड, विद्या उपनगर से श्रीकांत वर्मा मार्ग तक लबालब पानी भर जाता है.कई मोहल्ले ऐसे है जहां पानी निकासी की व्यवस्था नहीं होने से कई-कई दिनों तक जलभराव की स्थिति बनी रहती है.आलम ये रहता है कि लोग इसकी वजह से घर से निकल भी नहीं पाते है.
चलने लगा अभियान-MONSOON POLITICS
इधर 8 जोन में बटे इस नगर निगम में कुल 117 नाले हैं. जिस पर सफाई अभियान चलाया जा रहा है.उनमें से 71 नालों को साफ कर लिया गया है.15 नालों पर सफाई जारी है.वहीं कई ऐसे नाले-नालियां है, जो अधूरे पड़े हुए हैं.उन्हें भी पूरा कराने पर जोर दिया जा रहा है.हालांकि विपक्ष पर बैठी बीजपी नगर निगम की तैयारी को कम बता रही है.सवाल उठा रही है.जलभराव की समस्या बिलासपुर में कई सालों से है.यहां बीजेपी-कांग्रेस दोनों ही इस समस्या को दूर करने करोड़ों रुपए ड्रेनेज सिस्टम को बेहतर करने के लिए खर्च कर चुके हैं.लेकिन शहर में जलभराव की समस्या जस की तस बनी हुई है.ऐसे में देखना होगा कि बारिश के पहले निगम की तैयारी क्या रंग दिखाती है…नाले-नालियों की सफाई का दावा कितना सच साबित होता है.