BHOPAL: चौंक गए!! जी हाँ धूम्रपान न केवल फेफड़ों को नुकसान पहुंचाता है बल्कि इनफर्टीलिटी का कारण भी बन सकता है. भोपाल स्थित बंसल सुपरस्पेशलिटी अस्पताल की गायनोकोलॉजिस्ट एवं हाई रिस्क प्रेग्नेंसी स्पेशलिस्ट डॉ. दीप्ति गुप्ता ने बंसल न्यूज़ से बात करते हुए बताया कि स्मोकिंग महिलाओं में इनफर्टिलिटी की संभावना को 55 प्रतिशत तक बढ़ा सकती है. स्मोकिंग में गर्भ यूटेरस के बाहर भी स्थापित हो सकता है।स्मोकिंग फैलोपियन ट्यूब को भी खराब कर सकती है तथा गर्भाशय कैंसर होने का खतरा बढ़ जाता है. निकोटिन कन्सेप्शन में भी समस्या बन सकता है।
गर्भावस्था के दौरान धूम्रपान करने से गर्भस्थ बच्चे को भी नुकसान पहुंच सकता है. यहां तक कि धूम्रपान करने वाली महिलाओं में premature डिलीवरी का खतरा भी बढ़ जाता है.डॉ. दीप्ति गुप्ता का कहना है कि सिगरेट पीने से गर्भधारण करने की क्षमता को काफी नुकसान पहुंच सकता है. तम्बाकू का असर आपके पति की प्रजनन क्षमता पर भी भारी पड़ता है. यह रक्त वाहिकाओं को नुकसान पहुंचाता है और रक्त प्रवाह को प्रभावित करता है.इरेक्टाइल डिसफंक्शन भी हो सकता है।
निकोटीन के कारण क्रोमोसोम को भी क्षति पहुंच सकती है और स्पर्म के डीएनए में फ्रैगमेंटेशन हो सकता है. जिसके कारण फर्टिलाइजेशन की संभावना कम हो जाती है.
इसलिए आज ही इसके लिए दृढ़ निश्चय करें कि आप इससे मुक्त होंगें।
(डॉ दीप्ति गुप्ता, वरिष्ठ स्त्री रोग विशेषज्ञ हैं और हाई रिस्क प्रेगनेंसी मामलों की जानकार हैं, वर्तमान में बंसल अस्पताल में अपनी सेवाएं दे रही हैं)