कान। Cannes Film Festival 2022 सैम सादिक द्वारा लिखित और निर्देशित पाकिस्तानी फिल्म ‘जॉयलैंड’ (Joyland) ने शुक्रवार को 75वें कान फिल्म महोत्सव की ‘अन-सर्टेन रिगार्ड’ श्रेणी का जूरी पुरस्कार अपने नाम किया। इसी के साथ ‘जॉयलैंड’ यह प्रतिष्ठित पुरस्कार जीतने वाली उपमहाद्वीप की पहली फिल्म बन गई।
‘जॉयलैंड’ एक ऐसे युवक की कहानी बयां करती है, जो पाकिस्तान के रूढ़िवादी परिवार में पैदा होता है और एक इरॉटिक थिएटर (कामुक नाटकों का मंचन करने वाला थिएटर) में नौकरी करने लगता है, जहां उसका रिश्ता एक किन्नर से जुड़ जाता है। इसके बाद युवक के परिवार में बड़े पैमाने पर उसका विरोध होने लगता है। हालांकि, कान फिल्म महोत्सव में ‘जॉयलैंड’ ने ‘अन-सर्टेन रिगार्ड’ श्रेणी का सर्वोच्च अवॉर्ड पेरिस की लीजा अकोका और रोमाने ग्वेरेत के निर्देशन में बनी ‘लेस पिरेस’ के हाथों गंवा दिया। ‘लेस पिरेस’ बीते दो वर्षों में इस प्रतिष्ठित पुरस्कार पर कब्जा जमाने वाली दूसरी महिला प्रधान फिल्म है।
पिछले साल कीरा किवालेंको की ‘अनक्लेंचिंग द फिस्ट्स’ ने ‘अन-सर्टन रिगार्ड’ श्रेणी का सर्वोच्च पुरस्कार अपने नाम किया था। ‘जॉयलैंड’ का ‘अन-सर्टन रिगार्ड’ श्रेणी का जूरी पुरस्कार जीतना अपेक्षाकृत छोटे पाकिस्तानी फिल्म उद्योग के लिए एक बड़ी सफलता माना जा रहा है। निर्माता कैथरीन कोर्सिनी की अध्यक्षता वाली जूरी ने शुक्रवार को इस पाकिस्तानी फिल्म को ‘प्रिक्स क्वीर पाम’ पुरस्कार से भी नवाजा।
‘जॉयलैंड’ के केंद्रीय पात्रों में एक ट्रांसजेंडर भी शामिल है, जिसका किरदार एक ‘रियल-लाइफ’ ट्रांसजेंडर एलीना खान ने निभाया है। वहीं, ‘अन-सर्टन रिगार्ड’ श्रेणी का सर्वश्रेष्ठ निर्देशक का अवॉर्ड रोमानियाई निर्देशक एलेक्जांद्रे बेल्क को उनकी फिल्म ‘मेट्रोनॉम’ के लिए दिया गया। जबकि, ‘मेडिटरेनियन फीवर’ के लिए सर्वश्रेष्ठ स्क्रीनप्ले का पुरस्कार इजराइली-फलस्तीनी निर्देशक महा हज ने अपने नाम किया। ऑस्ट्रियाई निर्देशक मैरी क्रूत्जर की ‘कॉर्सेज’ में दमदार अभिनय के लिए विक्की क्रीप्स और ‘हरका’ में अपनी अदाकारी से लोगों का दिल जीतने वाले फ्रांसीसी अभिनेता एडम बेस्सा ने ‘अन-सर्टन रिगार्ड’ श्रेणी का सर्वश्रेष्ठ अभिनय पुरस्कार साझा किया।