किंग्सटन। President kovind In Jamaica राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने जमैका की राजधानी किंग्सटन में डॉ. बी आर आंबेडकर के नाम पर बनी एक सड़क और भारत के संविधान के वास्तुकार के कार्यों पर प्रकाश डालने वाले एक स्मारक का उद्घाटन किया।
सरकारी एजेंसी ‘जमैका इन्फॉर्मेशन सर्विस’ (जेआईएस) ने बताया कि ‘डॉ. आंबेडकर एवेन्यू’ किंग्सटन में टॉवर स्ट्रीट का हिस्सा है। सरकारी कार्यक्रमों, परियोजनाओं और सेवाओं के बारे में जानकारी देने का जिम्मा जेआईएस पर ही है। जेआईएस ने बताया कि स्थानीय सरकार एवं ग्रामीण विकास मंत्री डेसमंड मैकेंजी और राष्ट्रपति कोविंद ने डॉ. आंबेडकर के बहुमूल्य कार्यों पर प्रकाश डालने वाले एक स्मारक का भी उद्घाटन किया।
राष्ट्रपति कार्यालय ने ट्वीट किया, ‘‘ राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने डॉ. बी आर आंबेडकर के सम्मान में किंग्सटन शहर में ‘डॉ. आंबेडकर एवेन्यू’ का उद्घाटन किया।’’ राष्ट्रपति ने इस मौके पर कहा, ‘‘ यह मेरे लिए बेहद गर्व की बात है कि भारत के सबसे महान सपूतों में से एक को उसके घर से इतनी दूर पहचाना जा रहा है। डॉ. बी आर आंबेडकर को औपचारिक रूप से भारतीय संविधान के निर्माता के रूप में जाना जाता है। उन्होंने भारतीय संविधान में वंचित वर्गों के सामाजिक एवं आर्थिक सशक्तिकरण के लिए प्रगतिशील विचार पेश किए। डॉ. आंबेडकर ने असमानता को दूर करने की दिशा में काम करने के लिए लोगों को शिक्षित एवं प्रेरित किया।’’ उन्होंने कहा कि कुछ लोग जमैका में डॉ. आंबेडकर की प्रासंगिकता के बारे में सवाल कर सकते हैं।
President Ram Nath Kovind inaugurated Dr Ambedkar Avenue in downtown Kingston in honour of Babasaheb Dr B.R. Ambedkar. pic.twitter.com/RwIq4s3dc7
— President of India (@rashtrapatibhvn) May 16, 2022
राष्ट्रपति ने कहा, ‘‘ हमें हमेशा याद रखना चाहिए कि डॉ. आंबेडकर और मार्कस गार्वे जैसे लोग एक राष्ट्र या समुदाय तक सीमित नहीं हो सकते। सभी के लिए समानता का उनका संदेश और सभी प्रकार के भेदभाव को समाप्त करने की उनकी अपील सार्वभौमिक है।” उन्होंने कहा, ‘‘ इसलिए, डॉ. आंबेडकर के संदेश भारतीयों के लिए जितने प्रासंगिक हैं, उतने ही जमैका के लोगों और दुनिया के हर हिस्से में रहने वाले लोगों के लिए भी हैं।’’ राष्ट्रपति कोविंद अपनी पत्नी सविता कोविंद के साथ रविवार रात जमैका की राजधानी किंग्सटन पहुंचे थे। कैरेबियाई देश में किसी भी भारतीय राष्ट्रपति की यह पहली यात्रा है। राष्ट्रपति, दोनों देशों के बीच राजनयिक संबंधों की स्थापना की 60वीं वर्षगांठ के मौके पर जमैका पहुंचे हैं। जमैका और भारत के मैत्रीपूर्ण संबंध हैं। जमैका भी गिरमिटिया देशों में से एक है, जहां करीब 70,000 भारतीय प्रवासी रहते हैं। ये लोग दोनों देशों के बीच एक जीवंत सेतु की तरह हैं।