चित्रकूट। उत्तर प्रदेश के चित्रकूट जिले के सदर कोतवाली क्षेत्र के तरौंहा स्थित प्राचीन बालाजी मंदिर से नौ मई को चोरी हुई अष्ट धातु की 14 मूर्तियों को चोर रविवार को एक चिट्ठी के साथ महंत के आवास के बाहर छोड़कर चले गए। एक पुलिस अधिकारी ने यह जानकारी दी।उन्होंने बताया कि चोरों ने अपनी चिट्ठी में लिखा है, “हमें रात में डरावने सपने आते हैं, इसलिए हम मूर्तियां महंत के आवास के बाहर रखकर जा रहे हैं।”सदर कोतवाली कर्वी के प्रभारी निरीक्षक (एसएचओ) राजीव कुमार सिंह ने सोमवार को कहा, “नौ मई की रात को तरौंहा स्थित प्राचीन बालाजी मंदिर से अष्ट धातु की 16 मूर्तियां चोरी हो गई थीं, जिनकी कीमत करोड़ों रुपये है।
मूर्तिया बोरे से बरामद हुईं
इस सिलसिले में महंत रामबालक ने अज्ञात चोरों के खिलाफ एक प्राथमिकी दर्ज करवाई थी।” सिंह के मुताबिक, चोरी की गई 16 में से 14 मूर्तियां रविवार को रहस्यमय तरीके से महंत रामबालक के आवास के बाहर एक बोरे से बरामद हुईं। उन्होंने बताया कि मूर्तियों के साथ ही चोरों की लिखी एक चिट्ठी भी मिली है, जिसमें कहा गया है, “हमें रात में डरावने सपने आते हैं। हम डर की वजह से मूर्तियां वापस कर रहे हैं।” सिंह के अनुसार, फिलहाल सभी 14 मूर्तियां कोतवाली में जमा करवा ली गई हैं और मामले की जांच की जा रही है।