उत्तराखंड: Char Dham Yatra 3 मई से जहां पर चार धाम की यात्रा शुरू गई है वहीं पर यात्रा के दौरान यात्रियों की मौत की खबर सामने आ रही है जहां पर छह दिन के भीतर ही केदारनाथ, गंगोत्री व यमुनोत्री धाम जाने वाले 20 तीर्थयात्रियों की मौत हो चुकी है। इस खबर पर राज्य स्वास्थ्य विभाग ने बयान जारी किया है।
इन कारणों से हुई मौत
यहां उत्तराखंड के स्वास्थ्य विभाग द्वारा इन मौतों को लेकर बयान सामने आया है जिसमें कहा कि, अब तक 20 तीर्थयात्रियों की मौत हृदय संबंधी समस्याओं और ऊंचाई की बीमारी के कारण हुई है। बताया जा रहा है कि, यमुनोत्री और गंगोत्री धाम में 14 यात्रियों की मौत हो चुकी थी। इनमें एक नेपाली मजदूर भी है। इनके अलावा केदारनाथ में पांच और बदरीनाथ में एक श्रद्धालु की मौत हो गई है। इस खबर सरकार के स्वास्थ्य सेवाओं के दावे खोखले साबित हुए है। जहां पर केदारनाथ व यमुनोत्री धाम के कठिन पैदल मार्गों पर स्वास्थ्य सेवाओं के साथ ठहरने के पर्याप्त इंतजाम नहीं होने की भी जानकारी मिली है।
3 मई को चार धाम यात्रा शुरू होने के बाद से अब तक 20 तीर्थयात्रियों की मौत हृदय संबंधी समस्याओं और ऊंचाई की बीमारी के कारण हुई है: उत्तराखंड स्वास्थ्य विभाग
— ANI_HindiNews (@AHindinews) May 10, 2022
कोरोना काल के बाद फिर शुरू
आपको बताते चलें कि, चार धाम की यात्रा कोरोना काल के बाद पहली बार पूरी क्षमता के साथ आयोजित की जा रही है। केदारनाथ, बदरीनाथ, गंगोत्री व यमुनोत्री धाम में क्षमता से दोगुने से अधिक यात्री दर्शन के लिए पहुंच रहे हैं, जिससे धामों में श्रद्धालुओं को अव्यवस्थाओं का सामना करना पड़ रहा है। जहां पर तीर्थयात्रियों को सुविधा नहीं मिलने से दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। इधर स्वास्थ्य विभाग ने कहा कि, यात्रा मार्गों पर स्वास्थ्य सेवाओं के लिए डॉक्टर, पैरामेडिकल की टीमें तैनात हैं। यात्रा मार्गों पर चिकित्सा इकाईयों में डॉक्टरों के साथ दवाईयां, एंबुलेंस की पर्याप्त व्यवस्था की गई है।