Noorjahan Mango : गर्मियों में सबसे ज्यादा आम की पैदावार होती है। दुनियाभर में आम की कई प्रजातियां पाई जाती है। लेकिन भारत के मध्यप्रदेश में भारी-भरकम आमों की मलिका के रूप में मशहूर नूरजहां किस्म (Noorjahan Mango) का आम पाया जाता है। अफगानिस्तानी मूल की मानी जाने वाली, आम की प्रजाति नूरजहां (Noorjahan Mango) के गिने-चुने पेड़ मध्यप्रदेश के अलीराजपुर जिले के कट्ठीवाड़ा क्षेत्र में पाए जाते हैं। यह इलाका गुजरात से सटा है। इंदौर से करीब 250 किलोमीटर दूर कट्ठीवाड़ा के आम उत्पादक के अनुसार इस बार मेरे बाग में नूरजहां आम (Noorjahan Mango) के तीन पेड़ों पर कुल 250 फल लगे हैं। ये फल 15 जून तक पककर बिक्री के लिए तैयार होंगे और इसके एक फल का अधिकतम वजन चार किलोग्राम के पार जा सकता है।
हालांकि जलवायु परिवर्तन के दुष्प्रभावों के कारण इस बार आम के फूल पेड़ पर नहीं टिक पाए और फल में तब्दील होने से पहले ही नीचे टपक गए। आम उत्पादक ने बताया कि पिछले साल नूरजहां (Noorjahan Mango) के एक फल का वजन औसतन 3.80 किलोग्राम था। गुजरात के कई शौकीन नूरजहां आम (Noorjahan Mango) के फलों की अग्रिम बुकिंग करने लगे है। जबकि इन्हें पककर बिक्री के लिए तैयार होने में कोई डेढ़ महीना बाकी है.
2000 रुपये तक का बिकेगा 1 आम
आम उत्पादकों के अनुसार मौसम का कोई भरोसा नहीं है और आंधी-बारिश का अंदेशा बना हुआ है। इसलिए नूरजहां आम का उत्पादन करने वाले फलों की अग्रिम बुकिंग नहीं ले रहे। आम उत्पादक इस बार नूरजहां (Noorjahan Mango) का एक आम 1,000 रुपये से 2,000 रुपये के बीच बेचने पर विचार कर रहे हैं, जबकि पिछले साल इसके एक फल का भाव 500 रुपये से 1,500 रुपये के बीच रहा था।
200 ग्राम गुठली का वजन
जानकारों ने बताया कि नूरजहां आम (Noorjahan Mango) के पेड़ों पर आमतौर पर जनवरी-फरवरी से बौर आने शुरू होते हैं और इसके फल जून के पहले पंद्रह दिनों तक पककर बिक्री के लिए तैयार हो जाते हैं। नूरजहां आम (Noorjahan Mango) के भारी-भरकम फल तकरीबन एक फुट तक लम्बे हो सकते हैं और इनकी गुठली का वजन 150 से 200 ग्राम के बीच होता है।