भोपाल। शहर वासियों को बसों का CNG Bus In Bhopal सफर और आसान होने वाला है। बीसीएलएल डीजल के साथ—साथ अब पहली बार नेट कास्ट मोड पर बसों का संचालन करने जा रहा है। सबसे बड़ी बात इस बार ये होने वाली है कि अब इन बसों में होने वाले नुकसान और फायदे की जिम्मेदारी संचालकर्ताओं की होगी। यानि बस से होने वाला फायदा भी इन्हीं को होगा और नुकसान भी।
पहले चरण में 100 सीएनजी बसें बीसीएलएल को सौंपी जाएगी। आपको बता दें इसके लिए पीपीपी यानि पब्लिक प्राइवेट पार्टनरशिप के अंतगर्त भोपाल सिटी लिंक लिमिटेड ने हैदराबाद की इन्क्यूबेट साफ्टेक कंपनी के साथ करार किया है। जिसमें 100 करोड़ रुपए से बसों की खरीदारी की जानी है। जिसके अंतर्गत पहले चरण में मई के अंत तक 100 सीएनजी बसें सौंपी जाएंगी। आपको बता दें प्रदूषण को कम करने के चलते ये सभी बसें बीएस छह तकनीक पर आधारित होंगी। दूसरे चरण में 250 और बसें खरीदने की तैयारी है जिसके लिए टेंडर जारी हो गए हैं।
समान किराया, पहचान होगी हरी पट्टी
आपको बता दें बढ़ती डीजलों की कीमतों का हवाला देते हुए ये बसे शुरू की जानी हैं। लेकिन इस सीएनजी बसों का किराया लो फ्लोर बसों के समान ही रहेगा। आपको बता दें इनके संचालन से नगर निगम की डीजल पर निर्भरता कम होगी। वर्तमान में डीजल के बढ़ते दामों से परेशन होकर निगम अब सीएनजी वाहनों की खरीदी पर ही जोर दे रहा है। नागरिक सुविधाओं और उनकी सेहत का ध्यान रखते हुए 300 सीएनजी बसों का संचालन किया जाएगा। अभी आठ बसें आ गई हैं। बची हुई 292 बसों की आपूर्ति भी संबंधित कंपनी द्वारा मई-जून तक कर दी जाएगी।