नई दिल्ली। वैभव, यश और भौतिक Shukra Gochar 2022 सुखों का कारक शुक्र बहुत जल्द अपना राशि परिवर्तन करने जा रहे हैं। जी हां ज्योतिषाचार्य पंडित राम गोविंद शास्त्री के अनुसार आज से दो दिन बाद यानि 27 अप्रैल को शुक्र ग्रह शनि देव की राशि कुंभ से निकलकर मीन में प्रवेश करेंगे। शास्त्र में ग्रहों के राशि परिवर्तन को बेहद खास माना जाता है। क्योंकि इनका परिवर्तन सभी राशियों पर शुभ- अशुभ प्रभाव छोड़ता है।
इस तत्व का कारक हैं शुक्र —
शुक्र ग्रह को सुख, विलासिता, आनंद, सुख-समृद्धि, रचनात्मकता, प्रेम, विवाह व जुनून का कारक शुक्र ग्रह होता है। ऐसे में 27 अप्रैल को होने वाला शुक्र का यह गोचर सभी राशियों के जातकों के पर दिखाएगा। यदि आप सिंगल हैं तो इस गोचर के दौरान अविवाहितों के विवाह हो सकते हैं।
इन कार्यों में बढ़ेगा प्रभाव —
अभी तक शुक्र देव शनि देव की प्रिय राशि कुंभ में गोचर का रहे हैं, वहीं 27 अप्रैल 2022, बुधवार को शुक्र देव शनि देव की कुंभ राशि से निकलकर मीन में अपना गोचर करेंगे। यह गोचर शाम 06 बजकर 06 मिनट पर होगा। मीन राशि में होने वाला शुक्र के ये गोचर जातकों में रचनात्मकता, प्रशंसा,विलासिता की वस्तुओं, जन्मजात प्रतिभा और व्यवसाय को सबसे अधिक प्रभावित करने वाला है।
आइए जानते हैं इससे प्रभावित होने वाली राशियां-
वृष राशि —
वृष राशि की कुंडली में शुक्र गोचर काल के दौरान आय, इच्छा और लाभ के भाव यानि एकादश भाव में संचरण करेंगे। इस गोचर काल में इस राशि के जातकों के सभी उद्देश्य और लक्ष्य पूरे हो सकते हैं। धन पक्ष के लिहाज़ से भी समय अनुकूल रहेगा। इतना ही नहीं वेतन वृद्धि से लेकर पदोन्नति के योग दिख रहे हैं। इतना ही नहीं कारोबारियों को भी इस दौरान अच्छा खास लाभ मिलता दिख रहा है।
मिथुन राशि—
मिथुन राशि की कुंडली में शुक्र गोचर काल के दौरान दशम भाव में रहेंगे।
इस राशि का दशवा भाव करियर, कार्यक्षेत्र, नाम और प्रसिद्धि से जुड़ा होता है।
जिसके कारण इन्हें करियर के लिहाज से बेहद उत्तम रहने वाला है। इसके अलावा विदेशी माध्यमों से भी धन आते दिख रहा है।
इतना ही नहीं इस दौरान नौकरी की चाह रखने वालों की तलाश भी पूरी हो सकती है। प्रमोशन, के साथ—साथ पुरस्कार और सराहना भी मिलेगी।
आर्थिक स्थिति आपकी मजबूत होगी।
हो सकता है पहले किए निवेश का रिटर्न आपको मालामाल कर जाए।
कर्क राशि —
कर्क राशि के जातकों की कुंडली में शुक्र गोचर काल के दौरान नवम भाव में रहेंगे।
यह भाव उनके भाग्य, लंबी दूरी की यात्राओं और धर्म संबंधी परिवर्तन कराएगा।
हो सकता है इस दौरान जातकों की रचनात्मक क्षमता में वृद्धि हो जाए।
कार्यस्थल पर अनुकूल माहौल बनेगा।
वेतन या पदोन्नति के भी अवसर प्राप्त होंगे।
गोचर काल में आर्थिक सकारात्मक रहेगी।
नई संपत्ति खरीदने पर विचार कर सकते हैं।
व्यापारी वर्ग के लोग अच्छा लाभ कमा पाएंगे।
कुंडली में ऐसे देखें शुक्र की स्थिति —
तुला और वृष शुक्र की स्वराशि हैं। तो वहीं मीन इसकी उच्च राशि है। इसके अलावा कन्या राशि इसकी नीच की राशि है। यानि अगर आपकी कुुंडली में भी शुक्र इन स्थानों में बैठे हैं तो ये अपने भाव के अनुसार शुभ—अशुभ फल देंगे।
नोट : इस लेख में दी गई सूचनाएं सामान्य जानकारियों पर आधारित है। बंसल न्यूज इसकी पुष्टि नहीं करता। अमल में लाने से पहले विशेषज्ञ की सलाह जरूर लें।