RAIPUR: छत्तीसगढ़ की सरकार ने बच्चों के पैरेन्टस को कोरोना और मंहगाई के चलते फीस का बोझ न पड़े इसके लिए स्कूल फीस विनिमयन-2020 पारित किया था। जिससे शुल्क बृद्धि नियंत्रित हो सके और अभिभावकों को अतिरिक्त बोझ न पड़े।इसके साथ ही इन विनियमों में निजी स्कूलों के लिए कई तरह के निर्देश थे। लेकिन निजी स्कूल इन नियमों का पालन करना तो दूर बल्कि इस नियमों की लगातार अवहेलना कर रहे हैं।वहीं इस संबंध में स्कूल शिक्षा विभाग की ओर से की जा रही जांच में ज्यादातर निजी स्कूलों में खामियां उजागर हो रही हैं। लगातार कई दिनों तक हुई कार्रवाई में कई स्कूलों में खामियां मिली हैं। शिक्षा विभाग की टीम जब होलीक्रास स्कूल, शैलेन्द्र नगर पहुंची। यहां स्कूल प्रबंधकों ने निरीक्षण दल को कोई भी दस्तावेज उपलब्ध नहीं कराये।जबकि यहां कक्षा नर्सरी और कक्षा 11वीं, कक्षा 12वीं में आठ प्रतिशत से अधिक शुल्क वृद्धि की गई है। फीस वृद्धि में नोडल प्राचार्य का अनुमोदन नहीं कराया गया है और प्राचार्य द्वारा मान्यता संबंधी दस्तावेज उपलब्ध नहीं कराया गया। गौरतलब है कि अब तक रायपुर के 38 स्कूलों में छापामार कार्रवाई हो चुकी है। इनमें से 21 स्कूलों को नोटिस देकर जवाब मांगा जा चुका है।
स्कूलों में नहीं मिली लैब और कई सुविधाएं
जब स्कूल विभाग की टीम ने कई स्कूलों में जॉच की तब विभाग ने पाया कि कई स्कूलों में न तो लैब हैं और अगर हैं भी तो वहां कई सुविधाओं का आभाव है। आपको बता दें कि जिला कलेक्टर सौरभ कुमार के सख्त निर्देश के बाद जिला शिक्षा अधिकारी एएन बंजारा की ओर से गठित जांच दल लगातार स्कूलों में दबिश दे जांच कर कर रही है।ACTION AGAINST PRIVATE SCHOOL
निजी स्कूल संचालकों का पलटवार
लगातार कार्रवाई के विरोध में निजी स्कूल प्रबंधन के अधिकारियों डीईओ कार्यालय घेरने पहुंचे। छत्तीसगढ़ प्राइवेट स्कूल मैनेजमेंट एसोसिएशन के अध्यक्ष राजीव गुप्ता ने कहा कि जिस पोर्टल पर स्कूलों को अपनी फीस की जानकारी देनी होती है, वो अपडेट ही नहीं है। उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि जांच कमेटियां स्कूल प्रबंधनों को धमका रही है। उन्होंने कहा कि जिन स्कूलों ने अपनी फीस आठ प्रतिशत से अधिक बढ़ाई है, उन पर कार्रवाई की जाने चाहिए। साथ ही फीस निर्धारण के लिए कलेक्टर द्वारा नामित नोडल अधिकारी से भी प्रश्न पूछना चाहिए कि उन्होंने क्या किया?
रायपुर डीईओ कर रहे हैं अभियान को लीड
इस मामले में रायपुर डीईओ एएन बंजारा ने कहा, निजी स्कूल प्रबंधकों के दस्तावेजों की जांच की जा रही है। उनसे फीस का ब्यौरा लिया जा रहा है। अभिभावकों को अधिक फीस का बोझ देने वाले स्कूल प्रबंधकों पर निगरानी के लिए जांच जारी रहेगी। हम नियमों की अवहेलना कतई बर्दास्त नहीं करेंगे।ACTION AGAINST PRIVATE SCHOOL