खरगोन की घटना के बाद मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने आज एक बड़ी बैठक बुलाई है। जिसमें कानून व्यवस्था को लेकर चर्चा की जाएगी। बैठक में सीएस, डीजीपी, एसीएस होम, एडीजी इंटेलीजेंस, पीएस मुख्यमंत्री, ओएसडी मुख्यमंत्री योगेश चौधरी सहित संबंधित कई बड़े अधिकारी मौजूद रहेंगे। बीते सोमवार को सीएम शिवराज सिंह द्वारा बुलाई बैठक में कई बड़े निर्देश दिए थे। शिवराज ने खरगोन सहित मालवा निमाड़ में घटनाओं के बाद आज सुबह भी पुलिस और गृह विभाग के आला अधिकारियों के साथ बैठक की थी और अब एक बार फिर एक बड़ी बैठक करने जा रहे है, वही गृह विभाग ने आगामी त्यौहारों को देखते हुए सभी पुलिसकर्मियों की छुट्टियां निरस्त कर दी है।
सीएम शिवराज का बड़ा बयान
इससे पहले खरगोन पथराव मामले में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने बड़ा बयान दिया था सीएम शिवराज ने कहा है था कि खरगोन में जो घटना हुई है वह दुर्भाग्यपूर्ण है। दंगाई को छोड़ा नहीं जाएगा। आरोपियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाएगी। सीएम शिवराज ने आगे कहा कि मध्यप्रदेश की धरती पर दंगाईयों को कोई स्थान नहीं है। दंगाईयों को चिन्हित कर लिया गया है। केवल कार्रवाई का मतलब जेल भेजना नहीं है। जिन्होंने पत्थर चलाए है, संपत्तियों को नुकसान पहुंचाया है उनको दंडित को किया ही जाएगा। लेकिन चाहे सार्वजनिक संपत्ति हो, चाहे निजी संपत्ति हो जितना नुकसान हुआ है उसकी बसूली भी उनसे की जाएगी। सीएम शिवराज ने कहा था कि मध्यप्रदेश में हमने लोक एंव निजी संपत्ति को नुकसान का निवारण और नुकसान की बसूल अधिनियम पारित किया है। क्लेम टिब्यूनल का गठन हम कर रहे है। नुकसान का आंकलन करके बसूली भी की जाएगी। कठोरतम दंड़ दिया जाएगा जो उदहारण बन जाए। हम किसी दंगाई को छोड़ेंगे नहीं। सीएम शिवराज के बयान के बाद दंगाईयों के घरों को जेसीबी मशीन से तोड़ दिया गया था।
नरोत्तम का बड़ा बयान
खरगोन की घटना को लेकर गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने अपने बयान में कहा है कि जिस घर से पत्थर आए हैं उस घर को पत्थर के ढेर में तब्दील करेगे। खरगोन और बड़वानी घटना के दोषियों के खिलाफ आज ही कार्यवाही होगी। सरकार का बुलडोजर आज ही चलेगा कल किसने देखा है। खरगोन में अभी शांति है। 77 लोगो की गिरफ्तारी हो चुकी है। पर्याप्त पुलिस बल तैनात हो चुका है। हमारे एसपी घायल है उनको गोली या छर्रा लगा है। आज के बाद से उपद्रवी दहशत में रहेगे। आपको बता दें कि रामनवमी के मौके पर निकलने वाले जुलूस पर खरगोन और बड़वानी में जमकर पथराव किया गया था घटना में पुलिसकर्मी घायल हो गए थें। इतना ही नही खरगोन में मकान और वाहनों को भी जला दिया था।