देश के पांच राज्यों में से बीजपी को 4 राज्यों में मिली सफलता के बाद अब मध्यप्रदेश में स्थानीय निकाय चुनाव जल्द कराए जाने की संभावनाएं तेज हो गई है। मध्यप्रदेश में पंचायत चुनाव को लेकर सुगबुगाहट फिर से तेज हो गई है। दरअसल, राज्य सरकार ने पंचायतों के परिसीमन का काम पूरा कर लिया है। नए परिसीमन के तहत प्रदेशभर में जिला पंचायत सदस्य पद के लिए करीब 2300 से अधिक नए वार्ड बनाए गए है। जिसकें बाद से प्रदेश में ग्राम पंचायतों की संख्या बढ़कर 22,985 हो गई है। वही 286 ग्राम पंचायत नए परिसीमन में शामिल की गई हैं।
राज्य सरकार द्वारा परिसीमन पूरा करने के बाद अब पंचायत चुनावों की घोषणा होने की संभावनाएं तेज हो गई है। चुनाव आयोग प्रदेश में मतदाता सूची का प्रकाशन 25 अप्रैल तक पूरा करने की तैयारी में है। मतदाता सूची के बाद आरक्षण प्रक्रिया की जाएगी उसके बाद ही पंचायत चुनाव की तारीखों का ऐलान किया जा सकता है। मध्यप्रदेश कांग्रेेस ने पंचायतों का परिसीमन पूरा होने के बाद जल्द पंचायत चुनाव कराए जाने की मांग की है। पूर्व मंत्री पीसी शर्मा ने कहा राज्य सरकार को पंचायत और नगरीय निकाय चुनाव जल्द कराना चाहिए.
चुनाव कराने के मूड में बीजेपी
कांग्रेस की मांग के बाद बीजेपी भी पंचायत चुनाव जल्द कराने के मूड में दिखाई देने लगी है। 4 राज्यों में मिली जीत से उत्साहित बीजेपी 2023 के चुनाव से पहले पंचायतों में अपनी ताकत दिखाने की कोशिश में है। बता दें कि बीजेपी पहले ही साफ कर चुकी है स्थानीय स्तर के चुनाव में ओबीसी को 27 फ़ीसदी आरक्षण दिया जाएगा। ओबीसी आरक्षण के आधार पर पंचायतों का आरक्षण तय करने की कवायद शुरू हो रही है. उसके बाद पंचायत चुनाव की तस्वीर साफ हो सकती है।