भोपाल। मध्य प्रदेश सरकार ने भारतीय प्रशासनिक सेवा (आईएएस) के अधिकारी मलय श्रीवास्तव को मध्य प्रदेश प्रोफेशनल एग्जामिनेशन बोर्ड (MPPEB) का नया अध्यक्ष बनाया है। अधिकारियों ने यह जानकारी दी। एमपीपीईबी को पहले मध्य प्रदेश व्यावसायिक परीक्षा मंडल (व्यापमं) के नाम से जाना जाता था। व्यापमं मध्य प्रदेश में सरकारी भर्तियों और दाखिलों के लिए हुई परीक्षाओं में घोटालों को लेकर चर्चा में रह चुका है।
एमपीइबी पर लगे ये गंभीर आरोप
आपको बता दें कि,हाल ही में मध्य प्रदेश शिक्षक पात्रता परीक्षा (टीईटी) और पुलिस कांस्टेबल भर्ती परीक्षा में शामिल हुए कुछ उम्मीदवारों ने इन दोनों परीक्षाओं में अनियमितताओं का आरोप लगाया है। मध्य प्रदेश सामान्य प्रशासन विभाग द्वारा बृहस्पतिवार को जारी आदेश के अनुसार, अपर मुख्य सचिव लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी मलय श्रीवास्तव को वर्तमान कर्तव्यों के साथ अध्यक्ष एमपीपीईबी का दायित्व सौंपा गया है। वह आईसीपी केसरी की जगह लेंगे, जो बृहस्पतिवार को सेवानिवृत्त हो गए। आदेश के मुताबिक, अपर मुख्य सचिव किसान कल्याण एवं कृषि विकास अजीत केसरी को वर्तमान दायित्व के साथ महानिदेशक आरसीव्हीपी नरोन्हा प्रशासन एवं प्रबंधकीय अकादमी के पद की जिम्मेदारी भी सौंपी गई है। इसमें कहा गया है कि केसरी के महानिदेशक आरसीव्हीपी नरोन्हा प्रशासन अकादमी का कार्यभार ग्रहण करने पर दीप्ति गौड़ मुखर्जी उक्त पद के अतिरिक्त प्रभार से मुक्त हो जाएगी।
जानिए क्या है नया आदेश
आदेश के अनुसार, अपर मुख्य सचिव जल-संसाधन एवं परिवहन (अतिरिक्त प्रभार) एसएन मिश्रा को वर्तमान कर्तव्यों के साथ उपाध्यक्ष नर्मदा घाटी विकास प्राधिकरण, अपर मुख्य सचिव नर्मदा घाटी विकास एवं प्रबंध संचालक नर्मदा बेसिन प्रोजेक्ट कंपनी लिमिटेड का दायित्व दिया गया है। इसके मुताबिक, विनोद कुमार अपर मुख्य सचिव सामान्य प्रशासन, विधिक एवं सतर्कता प्रकोष्ठ तथा अपर मुख्य सचिव (समन्वय) मुख्य सचिव कार्यालय को अपने वर्तमान कर्तव्यों के साथ अतिरिक्त रूप से अपर मुख्य सचिव संसदीय कार्य का प्रभार सौंपा गया है। आदेश के अनुसार, आशीष कुमार अपर सचिव गृह विभाग तथा कार्यपालन संचालक आपदा प्रबंधन संस्थान (अतिरिक्त प्रभार) को अपर सचिव जल-संसाधन विभाग एवं नर्मदा घाटी विकास पदस्थ किया गया है।