नई दिल्ली। 2 अप्रैल से गुड़ी पड़वा के साथ Hindu Navvarsha 2022 Gudi Padwa हिन्दू नववर्ष की शुरुआत हो रही है। इसी के साथ शुरू हो जाएगा नया संवत्सर 2079, लेकिन क्या आप जानते हैं इस बार के संवत्सर का नाम राक्षस संवत्सर है। पंडित रामगोविंद शास्त्री के अनुसार जिस वर्ष राक्षस संवत्सर नाम होता है। उस वर्ष परिणाम अच्छे नहीं होते। क्योंकि ये अपने नाम की प्रवृत्ति अनुसार ही असर दिखाता है। आइए जानते हैं और इस बार हिन्दू नववर्ष में क्या खास होने वाला है।
किसके लिए शुभ होगा नया संवत्सर!
नया संवत्सर के राजा शनि होंगे। जो लोगों को उनके कर्म के अनुसार फल देंगे। पंडित रामगोविंद शास्त्री के अनुसार इस साल पौधों यानि फसलों को नुकसान होने से किसानों की टेंशन बढ़ सकती है। तो वहीं जनता को भी इससे कष्ट होगा। इस दौरान ग्रहों का अच्छा फल नहीं मिलेगा। प्रकृति पर भी इसका प्रतिकूल प्रभाव दिखाई दे सकता है।
कौन होगा मंत्री मंडल में —
इस साल का राजपाट शनि संभालेंगे। तो वहीं गुरु मंत्री कर राजा को सलाह देंगे। तो वहीं सस्येश का कार्यभार सूर्य के हाथों में होगा।
नए साल का मंत्री मंडल
राजा — शनि
मंत्री — गुरु
सस्येश — सूर्य
दुर्गेश — बुध
धनेश — शनि
रसेश — मंगल
धान्येश — शुक्र
नीरसेश — शनि
फलेश — बुध
मेघेश — बुध
क्या होता है संवत्सर —
पंडित रामगोविंद शास्त्री के अनुसार 20 साल का एक संवत्सर होता है। इसमें 20 साल का एक चक्र ब्रहृमा, 20 साल विष्णु और 20 साल महेश यानि शिवजी का होता है। वर्तमान में शिवजी के हाथों में कमान है। जो 40 साल बाद आई है। ज्योतिषाचार्य के अनुसार शिव के चक्र में सभी चीजें उग्र, उत्पाद, प्रलय विघ्वंसक चीजें, महामारी आदि होती हैं। कल यानि 2 अप्रैल से संवत्सर 2079 की शुरुआत होने जा रही है।