Gwalior News : राजनैतिक गलियारे में जहां नेता और मंत्री अपने ठाठ-बांट में रहते है उनकी छबि अपने स्तर पर होती है लेकिन हाल ही में सामने आई एक खबर ने ग्वालियर के महाराज ज्योतिरादित्य सिंधिया के अलग ही अंदाज को पेश किया है। महाराज ने स्वच्छता दूत सम्मान समारोह में मंच से उतरकर भीड़ में बैठी महिला सफाईकर्मी से जहां कार्यक्रम का शुभारंभ कराया वहीं पर अपनी कुर्सी पर स्थान भी दिया।
जानें क्या है पूरा वाकया
आपको ग्वालियर में हुए स्वच्छता दूतों के लिए आयोजित सम्मान समारोह की बात की जाए तो केंद्रीय मंत्री सिंधिया इस कार्यक्रम के मौके पर पहुंचे थे। जहां पर सम्मान समारोह का शुभारंभ करने के लिए जैसे ही मंच पर पहुंचे उनकी नजर मंच के सामने बैठे सफाईकर्मियों पर पड़ी वे मंच से उतरे और भीड़ में से बबीता नाम की स्वच्छता कर्मी का हाथ पकड़कर मंच पर ले गए और स्वच्छता दूत कार्यक्रम का शुभारंभ कराया। वही जब सम्मान किए जाने की बारी आई तो सिंधिया ने बबीता को अपने हाथों से टोपी पहनाकर पैर छूकर सम्मानित किया।
स्वच्छता दूत को बताया देवता
इस वाकए के सामने आने के बाद जब महाराज ज्योतिरादित्य सिंधिया से सवाल किया गया तो उन्होने बताया कि, सफाईकर्मी स्वच्छता के दूत ही नहीं हमारे लिए देवता के समान है। आगे कहा कि, महात्मा गांधी के स्वच्छता के आदर्शों पर चलने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने संकल्प लिया। मोदी जी के सपने को हमारे स्वच्छता दूत साकार कर रहे हैं, हमारे लिए स्वच्छता देवता है।इनके चरण छूना हमारा धर्म है। बताते चले कि, समय-समय पर महाराज सिंधिया की दरियादिली के वाकए सामने आते रहते है।