रायगढ़। सबका न्याय करने वाले भगवान को राजस्व अफसरों ने आरोपी बना दिया। जिसके बाद उन्हें कोर्ट में लाया गया। रायगढ़ में हुए इस अजीब—ओ—गरीब मामले में पहले तो राजस्व अधिकारियों ने भगवान शंकर को अवैध कब्जे का नोटिस दिया। इसके बाद कोर्ट में हाजिर नहीं होने पर 10 हजार रुपए जुर्माना लगाने की भी बात कही गई। ऐसे में स्थानीय लोग शिवलिंग को ही उखाड़कर कोर्ट में ले गए। वहीं शिवलिंग के कोर्ट पहुंचने के बाद तहसीलदार के नहीं मिलने पर उन्हें अगली तारीख भी दे दी गई।
गौरतलब है कि अवैध कब्जे व निर्माण को लेकर हाईकोर्ट में रिट दायर की गई है। इसी के चलते तहसील कोर्ट ने सीमांकन दल गठित कर कौहाकुंडा गांव में जांच कराई। जिसमें कई लोगों के द्वारा अवैध कब्जे करने की बात सामने आई। जिसके बाद बाद कोर्ट ने 10 लोगों को नोटिस जारी किया। कहा गया कि 10 हजार रुपए के अर्थदंड के साथ ही उनको बेदखल किया जा सकता है।
कोर्ट की ओर से जिन 10 लोगों को नोटिस दिया गया, उसमें कोहाकुंडा के वार्ड 25 में निर्मित शिव मंदिर भी है। मंदिर में किसी भी पुजारी के नहीं होने के चलते शिव मंदिर को ही नोटिस जारी किया गया। प्रतिवादी के हाजिर नहीं होने पर 10 हजार रुपए अर्थदंड लगाने की बात कही। ऐसे में स्थानीय लोगों ने शिवलिंग को ही मंदिर से उखाड़ लिया और ट्रॉली पर उसे रखकर कोर्ट पहुंच गए।
दूसरी ओर तहसीलदार गगन शर्मा का कहना है कि नोटिस को लेकर उन्हें जानकारी नहीं है। नोटिस नायब तहसीलदार ने जारी किया था। अगर उसमें त्रुटि हो गई है तो इसे सुधरवा दिया जाएगा।
रायगढ़ में भगवान की पेशी कराने के लिए शिवलिंग उखाड़ कर कोर्ट ले गए ग्रामीण, भगवान को आया है 10 हजार का नोटिस pic.twitter.com/5yxDli9NQU
— Bansal News (@BansalNewsMPCG) March 25, 2022