भोपाल। मध्य प्रदेश के गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा से ट्रेड आरक्षक मिली । ट्रेड आरक्षकों ने कहा कि वे लोग मानसिक प्रताड़ना से जूझ रहे है। कई जगह आवेदन निवेदन कर चुके है उसके बाद भी किसी प्रकार की सुनवाई नहीं हो पा रही। ट्रेड आरक्षको ने गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा को मध्य प्रदेश पुलिस के आरक्षक ट्रेड की आरक्षक जीडी में संविलियन की G,O,P की 57 / 93 प्रक्रिया को पुनः प्रारंभ कराए जाने का आवेदन दिया । राजधानी भोपाल में मध्य प्रदेश के गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा के निवास पर भारी संख्या में ट्रेड आरक्षक पहुंचे । ट्रेड आरक्षक ने गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा को हो रही समस्या से अवगत कराया और हो रही समस्या का आवेदन दिया गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने आवेदन लेकर उन्हें जल्द ही इस समस्या का निवारण करने का आश्वासन दिया ।
ट्रेड आरक्षको ने कही ये बात :—
1 – ट्रेड आरक्षक के प्रमोशन होने पर भी प्रधान आरक्षक बनने के कारण क्षेत्र में कोई परिवर्तन नहीं आ रहा है प्रारंभिक भर्ती से रिटायरमेंट तक एक ही कार्य करता रहेगा!
2 – आरक्षक ट्रेड से जीडी में सम्मेलन प्रारंभ होने पर शासन पर कोई अतिरिक्त वित्तीय भार नहीं पड़ेगा
3 – आरक्षित वर्ग को आरक्षण आईडी बनाने पर मैदानी पुलिस बल की कमी को भरा जा सकता है
4 – आरक्षक ट्रेन का प्रमोशन प्रधान आरक्षक जीडी के पद पर होने से प्रधान आरक्षक जीडी के पद कम हो जाते हैं
5 – प्रधान आरक्षक एवं सहायक उपनिरीक्षक ट्रेड विभाग की कानून व्यवस्था में योगदान नहीं दे पाते हैं क्योंकि वह अधिकारियों के बदले तक ही सीमित रह जाते हैं
6 – होमगार्ड कर्मचारियों को भी 3 वर्ष पश्चात 15% के हिसाब से Gd बना लिया जाता है
7 – वर्तमान में पड़ोसी राज्य में आरक्षण रेट से आरक्षित जीडी के संविलियन की प्रक्रिया चालू है जबकि मध्यप्रदेश पुलिस ने इसको 2012 में बंद कर दिया
ट्रेड आरक्षकों ने बताया कि उनसे बंगलों पर , नाइ, धोबी, स्वीपर, माली, मोची, कुक, वाटर केरियर, टेलर कारपेंटर, इलेक्ट्रिशियन आदि सभी ट्रेडो से झाड़ू पोछा एवं आदि घर के कार्य लिए जाते है