नई दिल्ली। हर काशीवासी के लिए योग गुरु बाबा शिवानंद को पद्मश्री सम्मान मिलने का पल यादगार हो गया है। योग गुरु ने राष्ट्रपति भवन में सम्मान मिलने से पहले तीन बार प्रणाम किया। वहीं प्रधानमंत्री मोदी के सामने झुके तो मोदी ने भी योग साधक को प्रणाम किया। दूसरी तरफ गीता प्रेस द्वारा प्रकाशित कल्याण पत्रिका के संपादक राधेश्याम खेमका को मरणोपरांत पद्म विभूषण सम्मान मिला।
राष्ट्रपति भवन में जैसे ही सम्मान प्राप्त करने के लिए स्वामी शिवानंद के नाम की घोषणा की गई तो शिवानंद फुर्ती के साथ अपनी कुर्सी से उठे व नंगे पैर तेज चलते हुए मंच की तरफ बढ़े। इस दौरान उन्होंने तीन बार शीश भी नवाया। सबसे पहले प्रधानमंत्री मोदी को उन्होंने प्रणाम किया, वहीं पीएम ने भी कुर्सी से उठकर उनको प्रणाम किया। इस दौरान उप राष्ट्रपति वेंकैया नायडू और गृहमंत्री अमित शाह समेत कई नेता अपनी कुर्सी छोड़कर उठ गए। वहीं योग साधक ने रेड कार्पेट व मंच के पास दो बार झुककर राष्ट्रपति को दंडवत प्रणाम किया। जिसके बाद राष्ट्रपति कोविंद ने आगे बढ़कर शिवानंद बाबा को उठाया और पद्मश्री अलंकार से सम्मानित किया।
1896 में जन्मे थे शिवानंद
शिवानंद बाबा के आधार कार्ड पर जन्मतिथि 8 अगस्त 1896 लिखी हुई है। उनका जन्म बंगाल के श्रीहट्टी जिले में हुआ था। भूख की वजह से उनके माता-पिता की मौत हो गई थी, जिसके बाद से बाबा आधा पेट भोजन ही करते हैं।
120 साल से कर रहे हैं योग
बाबा शिवानंद की उम्र 126 साल है। वे अपने मकान के तीसरे तल पर रहते हैं व रोजाना सीढ़ियों से ही चढ़ते उतरते हैं। बाबा शिवानंद को योग करते हुए 120 साल से ऊपर हो गए हैं। शिवानंद बाबा शाकाहारी हैं। वे रोज सुबह 3 बजे उठ जाते हैं।