लखनऊ : उत्तरप्रदेश विधानसभा चुनाव में बीजेपी को मिली बंपर जीत के बाद योगी आदित्यनाथ सूबे के दूसरी बार मुख्यमंत्री बनने जा रहें है। इसी बीच सीएम योगी आदित्यनाथ के शपथ ग्रहण की तारीख में बड़ा बदलाव किया गया है। शपथ ग्रहण का कार्यक्रम पहले 21 मार्च को होना था, लेकिन अब इसे कैंसिल कर दिया गया है। योगी के शपथ ग्रहण कार्यक्रम अब 25 मार्च को शाम 4 बजे होगा। कार्यक्रम का आयोजन राजधानी लखनऊ के अटल बिहारी वाजपेयी अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम में किया जाएगा।
इस दिन होगी विधायक दल की बैठक!
सूत्रों के अनुसार शपथ ग्रहण का कार्यक्रम होने से पहले 21 मार्च को बीजेपी विधायक दल की बैठक होगी। जिसमें विधायक मंडल दल का नेता चुनाव जाएगा। सूत्रों का कहना है कि विधायक दल की बैठक से पहले ही योगी को मुख्यमंत्री बनाए जाने की मोहर पहले ही लग चुकी है। योगी लगातार दूसरी बार उत्तरप्रदेश के मुख्यमंत्री बनेंगे। बीजेपी के सूत्रों के अनुसार योगी के शपथ ग्रहण में कई हस्तियों के अलावा सामान्य जन को भी अनुमति दी जाएगी। हालांकि योगी कैबिनेट में कौन-कौन मंत्री बनेंगे। यह अभी स्पष्ट नही हो पाया है।
शपथ में 45 हजार लोग होंगे शामिल!
योगी आदित्यनाथ के शपथ ग्रहण समारोह में करीब 45 हजार से अधिक लोगों के शामिल होने की संभावना जताई जा रही है। सूत्रों के अनुसार कार्यक्रम में करीब 200 से अधिक वीवीआईपी लोगों की एक सूची बनाई गई है। योगी के कार्यक्रम में राहुल गांधी, प्रियंका गांधी, अखिलेश यादव, मुलायम सिंह यादव, मायवती समेत कई राजनैतिक दलों के नेताओं को आमंत्रित किया गया है। इसके अलाव बीजेपी शासित राज्यों के मुख्यमंत्रियों को भी आमंत्रित किया जा सकता है।
मोदी-शाह होंगे कार्यक्रम का हिस्सा
यूपी के सियासी इतिहास में बीजेपी ऐसी पार्टी बनी है जो दूसरी बार लगातार सरकार बनाने जा रही है। इसी लिहाज से योगी की ताजपोशी में पीएम मोदी और गृहमंत्री अमित शाह शामिल होंगें। इसके अलावा देश के रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा भी शामिल होंगें।
योगी कैबिनेट में ये बन सकते हैं मंत्री?
सूत्रों का कहना है कि योगी सरकार के नए मंत्रिमंडल में कुछ पुराने मंत्रियों को बाहर किया जा सकता है। इसके अलावा कईयों को इस बार शुरूआती चरण में मंत्रिमंडल में शामिल नहीं किया जा सकता है। पार्टी सूत्रों के अनुसार योगी के नए मंत्रिमंडल में पूर्वांचल, अवध, बुंदेलखंड, पश्चिम और तराई से जीते विधायकों को पहले मौका दिया जा सकता है। सत्रों के अनुसार बेबी रानी मौर्य, सुरेश खन्ना, श्रीकांत शर्मा, सिद्धार्थ नाथ सिंह, बृजेश पाठक, सतीश महाना, सूर्य प्रताप शाही, असीम अरुण, राजेश्वर सिंह, आशुतोष टंडन, अनुराग सिंह, आशीष पटेल, नितिन अग्रवाल और नंदकुमार नंदी का नाम तय माना जा रहा है। इसके अलावा अपना दल और निषाद पार्टी से जीते एक-एक विधायक को भी मंत्री पद दिया जा सकता है।
चर्चा ये नेता सबसे आगे।
सूत्रों का कहना है कि योगी के दिल्ली दौरे के दौरान दो नाम सबसे ज्यादा चर्चा में रहे है। जिनमें सिराथू विधानसभा से चुनाव हारे केशव प्रसाद मौर्या और दिनेश शर्मा का नाम शामिल है। इसके साथ ही भाजपा प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्रदेव सिंह को नाम भी चर्चा में रहा। वही रायबरेली विधायक अदिति सिंह और मुलायम सिंह की बहू अपर्णा यादव को मंत्रिमंडल में जगह देने को लेकर भी चर्चा की गई है। सूत्रों का कहना है कि पार्टी ने यह तय किया है कि मंत्रीमंडल में महिलाओं की भागीदारी बराबरी की हो सकती है। इसीलिए कयास लगाए जा रहे हैं कि अदिति और अपर्णा को सरकार में मंत्री बनाया जा सकता है। सूत्रों के अनुसार मुलायम सिंह बहू अपर्णा यादव को महिला बाल विकास विभाग की जिम्मेदारी सौंपी जा सकती है।