ग्वालियर। आम लोगों की सुविधा के लिए समय समय पर सामूहिक विवाह सम्मेलन कराए जाते हैं। हालांकि ग्वालियर में एक अजीब मामला सामने आया है, यहां आयोजित हुए एक सामूहिक विवाह सम्मेलन में दूल्हा बदल गया। वधू पक्ष ने जिस युवक को देखकर पसंद किया था, शादी के दौरान वह युवक नहीं था। वहीं जब रस्में शुरू हुईं तो लड़का दिव्यांग था। जिसके बाद लड़की ने शादी करने से मना कर दिया। दूसरी तरफ बदनामी होने के डर से परिवार ने तुरंत ही दूसरा युवक पसंद कर आनन फानन में विवाह कराया।
पदाधिकारियों पर ठगी के आरोप
राठौर समाज के पदाधिकारियों ने इस सम्मेलन में 17 जोड़ों की शादी कराई, वहीं आरोप है कि इस विवाह सम्मेलन पदाधिकारियों ने हर जोड़े से तीस-तीस हजार रूपये लिए और बदले में सामान भी नहीं दिया। पदाधिकारियों पर सात लाख की ठगी का आरोप भी है। राठौर समाज की तरफ से मंगलवार को कलेक्टर की जनसनुवाई में यह मामला पहुंचा। कलेक्टर ने जांच के निर्देश दिए हैं।
दूल्हा बदला, मचा हड़कंप
शिकायतकर्ता वीरेंद्र सिंह राठौर निवासी हस्तिनापुर ने शिकायत करते हुए कहा कि 4 मार्च 2022 को गदाईपुरा में राठौर समाज का आदर्श सामूहिक विवाह सम्मेलन आयोजित किया गया था। जिसमें वीरेंद्र अपनी भांजी की शादी कराने के लिए पहुंचे थे। जहां एक युवक को पसंद कर लिया गया था और शादी भी तय कर दी गई थी। वहीं सम्मेलन में जब शादी की रस्मों की शुरूआत हुई तो पता चला कि दूल्हा वह पसंद किया गया युवक नहीं है साथ ही यह युवक पैर से दिव्यांग भी था। जिसके बाद वहां हड़कंप मच गया। मौके पर पदाधिकारियों से एतराज जताया और विवाद भी हुआ। वहीं दुल्हन ने भी शादी से मना कर दिया। समाज में बदनामी न हो इस डर से तत्काल दूसरे युवक का चयन कर वहीं विवाह संपन्न कराया गया।
वीरेंद्र के मुताबिक जो दिव्यांग युवक वहां मौजूद था, वह बड़े परिवार से था और उससे पदाधिकारियों ने चार लाख रूपये शादी के नाम पर लिए हैं।
इनका कहना है…
विवाह सम्मेलन समिति के अध्यक्ष रामनिवास राठौर का कहना है कि आदर्श सामूहिक विवाह सम्मेलन का हमने आयोजन किया था, लेकिन तीस हजार प्रति जोड़ों से लेकर 55 हजार का सामान दिया है। दूल्हा बदलने का आरोप निराधार है। दिव्यांग युवक से हमने कोई पैसे नहीं लिए हैं।