Yogi Cabinet 2.0 : उत्तरप्रदेश में बीजेपी को मिली ऐतिहासिक जीत के बाद सीएम योगी दिल्ली का दौरा करके लौट आए है। सीएम योगी ने दिल्ली दौरे के दौरान पीएम मोदी, अमित शाह, जेपी नड्डा से मुलाकात कर नई सरकार में मंत्रिमंडल की सूची लगभग फाइनल कर ली है। सूत्रों का कहना है कि योगी सरकार के नए मंत्रिमंडल में कुछ पुराने मंत्रियों को बाहर किया जा सकता है। इसके अलावा कईयों को इस बार शुरूआती चरण में मंत्रिमंडल में शामिल नहीं किया जा सकता है।
इन नामों पर बनी सहमति!
पार्टी सूत्रों के अनुसार योगी के नए मंत्रिमंडल में पूर्वांचल, अवध, बुंदेलखंड, पश्चिम और तराई से जीते विधायकों को पहले मौका दिया जा सकता है। सत्रों के अनुसार बेबी रानी मौर्य, सुरेश खन्ना, श्रीकांत शर्मा, सिद्धार्थ नाथ सिंह, बृजेश पाठक, सतीश महाना, सूर्य प्रताप शाही, असीम अरुण, राजेश्वर सिंह, आशुतोष टंडन, अनुराग सिंह, आशीष पटेल, नितिन अग्रवाल और नंदकुमार नंदी का नाम तय माना जा रहा है। इसके अलावा अपना दल और निषाद पार्टी से जीते एक-एक विधायक को भी मंत्री पद दिया जा सकता है।
चर्चा ये नेता सबसे आगे।
सूत्रों का कहना है कि योगी के दिल्ली दौरे के दौरान दो नाम सबसे ज्यादा चर्चा में रहे है। जिनमें सिराथू विधानसभा से चुनाव हारे केशव प्रसाद मौर्या और दिनेश शर्मा का नाम शामिल है। इसके साथ ही भाजपा प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्रदेव सिंह को नाम भी चर्चा में रहा। वही रायबरेली विधायक अदिति सिंह और मुलायम सिंह की बहू अपर्णा यादव को मंत्रिमंडल में जगह देने को लेकर भी चर्चा की गई है। सूत्रों का कहना है कि पार्टी ने यह तय किया है कि मंत्रीमंडल में महिलाओं की भागीदारी बराबरी की हो सकती है। इसीलिए कयास लगाए जा रहे हैं कि अदिति और अपर्णा को सरकार में मंत्री बनाया जा सकता है। सूत्रों के अनुसार मुलायम सिंह बहू अपर्णा यादव को महिला बाल विकास विभाग की जिम्मेदारी सौंपी जा सकती है।