नई दिल्ली। आज की जिंदगी में World Kidney Day लोगों को कब कौन सी Symptoms Of Kidney Disease बीमारी घेर ले कुछ नहीं कहा जा सकता। ऐसे में सबसे अधिक खतरनाक बीमारी के रूप में आजकल जो सुनाई दे रही है वो है किडनी प्रॉब्लम। चलिए आज हम आपको बताने जा रहे हैं ऐसे कुछ खास लक्षण। जिनसे आपको किडनी की समस्या को लेकर सतर्क हो सकते है। आज वर्ल्ड किडनी डे है। तो आप भी जान लें क्या हो सकते हैं वे लक्षण। ताकि सेहत का ध्यान रखा जा सके।
शरीर में ये होता है किडनी का काम —
हमारे शरीर में खून से अपशिष्ट पदार्थ, अतिरिक्त पानी और अशुद्धियों को फिल्टर करके बाहर निकालने का काम किडनी ही करती है। आपको बता दें ये सारे अपशिष्ट उत्पाद फिल्टर करने के बाद ब्लैडर में जमा हो जाते हैं। इसके बाद में यूरिन से बाहर निकल जाते हैं।
इन संकेतो से पता चलेगा किडनी का स्वास्थ्य —
किडनी संबंधी रोगों में अक्सर ऐसा होता है कि जब समस्या बढ़ जाती है तब इसके बारे में पता चलता है। पर तब तक उनकी किडनी डैमेज हो चुकी होती है। लेकिन कुछ ऐसे संकेत भी हैं, जो इस बात का संकेत देखे हैं कि किडनी सही तरह से काम नहीं कर रही है। आपको तुरंत डॉक्टर के पास जाने की जरूरत है।
किडनी डिजीज के लक्षण (Symptoms of kidney disease)
आपको बता दें शुरुआती लक्षणों में आपको समस्या सामान्य लगती है लेकिन जैसे—जैसे किडनी बिगड़ती है उसके लक्षण भी सामने आते जाते हैं।
- मतली
- उल्टी
- भूख कम लगना
- थकान-कमजोरी
- नींद में कमी
- कम-ज्यादा यूरिन आना
- फोकस न कर पाना
- मांसपेशियों में ऐंठन
- पैरों-टखनों में सूजन
- सूखी त्वचा
- हाई ब्लडप्रेशर
- सांस की तकलीफ
- सीने में दर्द
किडनी की बीमारी होने का कारण (Cause of kidney disease)
किडनी की समस्या अन्य बीमारियों के कारण भी बढ़ती हैं। ऐसे में आपको ये भी ध्यान रखना होगा कि आपको और भी बीमारियां घेरे हुए हैं। अत: किसी भी तरह के इलाज के पहले अपने चिकित्सक की सलाह जरूर ले लें।
- टाइप 1 या टाइप 2 डायबिटीज
- हाई ब्लड प्रेशर
- पॉलीसिस्टिक किडनी रोग
- आनुवांशिक किडनी रोग
- बढ़ा हुआ प्रोस्टेट
- किडनी में पथरी की समस्या
- किडनी की फिल्टर करने वाले कंपोनेंट में सूजन यानी ग्लोमेरुलोनेफ्राइटिस
- किडनी की नलियों और उसके आसपास सूजन यानी इंटरस्टीशियल नेफ्रैटिस
- कुछ कैंसर जैसी स्थितियां जिनमें यूरिन रुक जाती है
- वेसिकौरेटेरल यानी वह स्थिति जिसमें यूरिन किडनी में वापस आ जाती है
- किडनी संक्रमण यानी पाइलोनफ्राइटिस
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किडनी रोग का खतरा बढ़ाने वाले कारक (Factor that increase the risk of kidney disease) —
आपको बता दें कुछ ऐसे कारक भी होते हैं जो किडनी रोग या उससे संबंधित समस्या को बढ़ा देते हैं। आइए बताते हैं क्या हो सकते हैं वे कारण —
- डायबिटीज
- हाई ब्लड प्रेशर
- हार्ट डिसीज
- स्मोकिंग
- मोटापा
- अधिक उम्र
- दवाओं का बार-बार उपयोग
- किडनी की संरचना सामान्य न होना
- अमेरिकी या एशियाई अमेरिकी होना
- पारिवारिक हिस्ट्री
कब दिखाएं डॉक्टर को (When to see a doctor)
जानकारों की मानें तो अगर आपको भी किडनी के लक्षण दिख रहे हैं तो बिना देर किए तुरंत अपने चिकित्सक से संपर्क करना चाहिए।
ताकि किडनी को फेल होने से रोका जा सके। हालांकि कुछ दिए गए लक्षणों के अलावा यूरिन टेस्ट, ब्लड टेस्ट आदि के माध्यम से किडनी के काम करने के तरीकों और स्थिति का पता लगाया जा सकता है।
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