भोपाल। लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री डॉ. प्रभुराम चौधरी ने कहा है कि कोविड-19 की तरह नियमित टीकाकरण में भी उल्लेखनीय उपलब्धि अर्जित करें। नियमित टीकाकरण में कम उपलब्धि वाले जिलों के लिये समय-सीमा में टीकाकरण करने के लिये संचालित किये जा रहे “सघन मिशन इन्द्रधनुष” अभियान में सफलता का संकल्प लेकर कार्य करें। मंत्री डॉ. चौधरी बुधवार को “सघन मिशन इन्द्रधनुष” अभियान की तैयारियों के सिलसिले में आयोजित कार्यशाला को संबोधित कर रहे थे।
मंत्री डॉ. चौधरी ने कहा कि कोविड-19 टीकाकरण में प्रदेश ने लगभग शत-प्रतिशत लक्ष्य प्राप्त कर उल्लेखनीय उपलब्धि हासिल की है। इसके सकारात्मक परिणाम कोरोना की तीसरी लहर में स्पष्ट दिखाई दिए हैं। अधिकांश संक्रमित घर पर ही ठीक हो गए। बहुत कम संक्रमितों को उपचार की आवश्यकता महसूस हुई। मंत्री डॉ. चौधरी ने कहा कि कोरोना महामारी की दूसरी लहर में स्वास्थ्य विभाग ने उल्लेखनीय परिश्रम किया। इन प्रतिकूल परिस्थितियों में कुछ जिले नियमित टीकाकरण कार्यक्रम में अपेक्षित उपलब्धि प्राप्त नहीं कर पाये हैं। ऐसे 10 जिलों छिन्दवाड़ा, दमोह, दतिया, ग्वालियर, जबलपुर, मण्डला, मुरैना, सागर, सतना और सिवनी में “मिशन इन्द्रधनुष-4” अभियान संचालित किया जायेगा। अभियान 7 मार्च, 4 अप्रैल और 7 मई को तीन चरणों में होगा। इसमें नवजात शिशु और गर्भवती महिलाओं को स्वास्थ्य सुरक्षा प्रदान करने के लिये पूरा टीकाकरण किया जायेगा।
आम नागरिकों से सहयोग का आग्रह
स्वास्थ्य मंत्री डॉ. चौधरी ने अभियान में स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी-कर्मचारियों के साथ आम नागरिकों से भी सहयोग देने का आग्रह किया। उन्होंने कहा कि आम नागरिक अभियान के दिन अपने परिवार और पड़ोस के बच्चों और गर्भवती महिलाओं को टीकाकरण के लिये प्रेरित करें। सम्पूर्ण टीकाकरण 12 जानलेवा बीमारियों से सुरक्षा प्रदान करता है। उन्होंने संबंधित जिलों के 70 ब्लॉक मेडिकल ऑफिसर्स को अभियान के ध्येय वाक्य “हम पहुँचेंगे उन तक, जो न पहुँचे हम तक” को चरितार्थ करने के लिये कहा। इसके लिये आवश्यकता होने पर मोबाइल टीकाकरण दल से दूरस्थ और पहुँच विहीन क्षेत्रों में भी टीकाकरण करना सुनिश्चित करें। अभियान में नियमित टीकाकरण में छूटे अथवा अपूर्ण टीकाकरण वाले बच्चों और गर्भवती महिलाओं का सम्पूर्ण टीकाकरण किया जाना है।
डायरेक्टर एनएचएम (टीकाकरण) डॉ. संतोष शुक्ला ने “सघन मिशन इन्द्रधनुष” अभियान की रूपरेखा की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि केन्द्र सरकार के निर्देश पर देश के राज्यों के चुने हुए जिलों में अभियान संचालित किया जा रहा है। इसमें मध्यप्रदेश के 10 जिले शामिल किये गये हैं। कार्यशाला को अन्य वक्ताओं ने भी संबोधित किया।