सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया ने वयस्कों के लिए कोवोवैक्स के चरण-3 अध्ययन के लिए भारत के दवा नियामक से अनुमति मांगी है। इसके बारे में आधिकारिक सूत्रों जानकारी मिली है। इससे पहले देश के औषधि महानियंत्रक (डीजीसीआई) ने वयस्कों में आपातकालीन स्थितियों में सीमित कोवोवैक्स लगाने की 28 दिसंबर को मंजूरी दे दी है।
कोवोवैक्स के बूस्टर डोट को अभी वैक्सीनेशन टीकाकरण कार्यक्रम में शामिल नहीं किया गया है। आधिकारिक सूत्र ने बताया कि एसआईआई में सरकार और नियामक मामलों के निदेशक प्रकाश कुमार सिंह ने पिछले हफ्ते डीसीजीआई को एक अर्जी दी थी। बूस्टर डोट का परीक्षण उन्हीं पर किया जाएगा जो कम से कम तीन महीने पहले कोवीशील्ड या कोवैक्सीन लगवा चुके हो।
वहीं प्रकाश कुमार सिंह ने बताया कि कई देश कोविड-19 महामारी की अनिश्चितताओं को देखते हुए पहले से ही अपने नागरिकों को बूस्टर खुराक दे रहे हैं। हमें यकीन है कि इस क्लीनिकल परीक्षण के संचालन के लिए आपकी मंजूरी हमारे प्रधानमंत्री के ‘मेकिंग इन इंडिया फॉर द वर्ल्ड’ के दृष्टिकोण के अनुरूप हमारे देश के साथ-साथ दुनिया के लोगों के लिए बूस्टर खुराक के उपयोग के लिए कोवोवैक्स की शीघ्र उपलब्धता सुनिश्चित करेगी। वहीं आगे उन्होंने बताया कि हमारी कंपनी हमारे मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) अदार सी पूनावाला के दूरदर्शी नेतृत्व में कम दाम पर विश्व स्तरीय जीवन रक्षक टीके उपलब्ध कराने के लिए प्रतिबद्ध है।