भोपाल। चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सांरग MBBS Study IN Hindi ने आज कहा कि मध्यप्रदेश इतिहास रचने जा रहा है। एमबीबीएस पाठ्यक्रम को हिंदी में करने के संबंध में मंत्रालय में समस्त विभागीय अधिकारियों की बैठक ले रहा हूँ। बैठक के बाद चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सांरग ने मीडिया से बात की। मंत्री विश्वास सांरग Vishvash sarang ने कहा कि पायलट प्रोजेक्ट के तौर पर जीएमसी में एमबीबीएस की पढ़ाई आरंभ हो रही है। म.प्र में एमबीबीएस की पढ़ाई हिंदी में भी कराने के लिये प्रथम चरण में भोपाल के गांधी मेडिकल कॉलेज के प्रथम वर्ष के पाठ्यक्रम किया जायेगा। जीएमसी प्रथम वर्ष के छात्रों के तीन विषयों (बायोकेमेस्ट्री, एनाटॉमी, फिसियोलॉजी) को हिंदी में रूपांतरित किया जायेगा।
यूट्यूब एवं पॉडकास्ट भी शुरू किये जायेंगे –
हिंदी में कंटेंट डेवलपमेंट/कोर्स मटेरियल तैयार करने के लिये उच्च स्तरीय हिंदी पाठ्यक्रम निर्धारण समिति का गठन किया जायेगा। (हिंदी प्रकोष्ठ) वॉररूम की स्थापना कंटेंट डेवलपमेंट/कोर्स मटेरियल तैयार करने समस्त कार्यों को मिशन मोड पर पूर्ण करने के लिये ( हिंदी प्रकोष्ठ) में वॉर रूम तैयार किया जायेगा। ऑडियो-विजुअल के माध्यम से भी हिंदी में पढ़ाई कराई जाएगी। पाठ्यक्रम हिंदी में किताबों के साथ ही ऑडियो एवं विजुअल में भी उपलब्ध हो सके इसके लिये यूट्यूब एवं पॉडकास्ट भी शुरू किये जायेंगे। वार्षिक कैलेंडर बनाने के लिये समिति का गठन किया जाएगा। विभाग द्वारा हिंदी पाठ्यक्रम हेतु गठित समिति के द्वारा वार्षिक कैलेंडर बनाया जायेगा। एक साल पूर्ण होने पर अन्य चिकित्सा महाविद्यालयों में भी लागू किया जायेगा।
मध्यप्रदेश इतिहास रचने जा रहा है
एमबीबीएस पाठ्यक्रम को हिंदी में करने के संबंध में मंत्रालय में समस्त विभागीय अधिकारियों की बैठक ले रहा हूँ। pic.twitter.com/d8osrYhmVi
— विश्वास कैलाश सारंग (@VishvasSarang) February 24, 2022