Gujarat High Court : देश में फैली कोरोना महामारी ने प्राइवेट से लेकर सरकारी कामकाज को बदल के रख दिया है। यहां तक की अदालतों में होने वाली सुनवाईयां भी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग में माध्यम से होने लगी है। ऐसा ही एक मामला गुजरात से सामने आया है। यहां वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से सुनवाई कर रहे जज साहब ने एक पुलिस अधिकारी ऐसी सजा सुनाई है, जो सोशल मीडिया पर चर्चा का विषय बन गया।
दरअसल, गुजरात हाईकोर्ट में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से सुनवाई के दौरान एक पुलिस अधिकारी को कोका-कोला पीना भारी पड़ गया। सुनवाई के दौरान मामले की सुनवाई कर रही बैंच ने अपनी नाराजगी जातते हुए पुलिस अधिकारी की जमकर क्लास लगा दी और उन्हें दण्ड के रूप में एसोसिएशन में कोका-कोला के 100 कैन बांटने का आदेश दे डाला। हाई कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश अरविंद कुमार की अध्यक्षता वाली पीठ ने यह अजीबो गरीब फरमान जारी किया है।
सुनावई में अधिकारी पी रहा था कोका कोला
खबरो के अनुसार हाईकोर्ट में एक मामले की सुनवाई चल रही थी। सुनवाई में एक पुलिस अधिकारी को अदालत ने उपस्थित रहने का आदेश दिया था। सुनवाई वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से की जा रही थी। सुनवाई के दौरान एक पुलिस अधिकारी कोल्ड ड्रिंक पीते हुए नजर आए। अधिकारी को कोल्ड ड्रिंक पीते देख चीफ जस्टिस ने अधिकारी की क्लास लगाते हुए अजीबो गरीब फरमान सुना दिया। जज साहब ने पूछा ये पुलिस अधिकारी कौन है? जज साहब के एक्शन को देखते हुए पुलिस की ओर से अतिरिक्त सरकारी अधिवक्ता डीएम देवनानी ने माफी मांगी और कहा कि मैं तहे दिल से माफी मांगता हूं, मैं उसे अपना वीडियो बंद करने के लिए कहूंगा।
चीफ जस्टिस ने सुनाई कहानी
सरकारी अधिवक्ता के माफी मांगने के बाद चीफ जस्टिस ने कहा कि कैन को देखकर ऐसा लगता है कि यह कोका कोला है। क्या वह आइपीएस अधिकारी है? एक अधिकारी को ऐसा नहीं करना चाहिए। अगर फिजिकल कोर्ट होता तो वह कोका कोला पी सकता था। चीफ जस्टिस ने एक वाक्या सुनाते हुए कहा की एक बार एक वकील हमारे सामने समोसा खा रहा था। तो हमने कहा की हमे समोसा खाने से कोई दिक्कत नहीं है, लेकिन सामोसा सभी को ललचाता है। इसलिए वह या तो सभी को समोसा दे या फिर अभी सामोसा न खाएं।
जज साहब ने सुनाया फरमान
चीफ जस्टिस ने वाक्या सुनने के बाद कोका कोला पी रहे अधिकारी को फरमान सुनाते हुए कहा कि वह बार एसोसिएशन में सभी को कोका कोला के 100 कैन बांटे। अगर उन्होंने 100 कैन नहीं बांटे तो मुख्य सचिव से अधिकारी के खिलाफ कार्यवाही शुरू करने के लिए कहेंगे।