शिवमोगा। कर्नाटक के शिवमोगा में बजरंग दल के एक कार्यकर्ता की हत्या के मामले में दो और व्यक्तियों को गिरफ्तार किया गया है। साथ ही, जिला प्रशासन ने निषेधाज्ञा की अवधि शुक्रवार तक बढ़ा दी है।
राज्य के गृहमंत्री अरगा ज्ञानेंद्र ने बुधवार को कहा कि उन्होंने घटना की पृष्ठभूमि में, जिले के दो पुलिस थानों में तैनात पुलिसकर्मियों के विरुद्ध जांच के आदेश दिए हैं। शिवमोगा के कोटे और डोड्डापेट पुलिस थाने के प्रदर्शन की जांच करने की जरूरत को रेखांकित करते हुए उन्होंने कहा, “हमें यह पता लगाना है कि पिछले पांच साल में इन दोनों पुलिस थानों में कितने पुलिस अधिकारी और पुलिसकर्मी थे तथा उन्होंने इन (गिरफ्तार किये गए आठ) आरोपियों पर किस प्रकार निगरानी रखी, जिनका इतना बड़ा आपराधिक इतिहास है।”
मंत्री ने चेतावनी दी कि गैर जिम्मेदार पुलिस अधिकारियों को छोड़ा नहीं जाएगा। शिवमोगा के पुलिस अधीक्षक बी एम लक्ष्मी प्रसाद ने मंगलवार को कहा कि 28 वर्षीय हर्ष की हत्या के सिलसिले में छह व्यक्तियों पर मामला दर्ज किया गया है। गृहमंत्री ज्ञानेंद्र ने संवाददाताओं से कहा, “अब तक आधिकारिक रूप से आठ लोगों को गिरफ्तार किया गया है जबकि अन्य से पूछताछ की जा रही है।” उन्होंने कहा कि ज्यादातर आरोपियों का लंबा आपराधिक इतिहास है। वह भी शिवमोगा जिले के रहने वाले हैं।
मंत्री ने कहा, “मैंने पुलिस महानिदेशक प्रवीण सूद को पत्र लिखकर पूछा है कि शिवमोगा में असामाजिक तत्वों की वृद्धि का क्या कारण है। उन्हें पुलिस की जवाबदेही तय करनी चाहिए।” यह पूछे जाने पर कि क्या हर्ष हिंदुत्व की कट्टर विचारधारा का समर्थक था या यह किसी निजी दुश्मनी का नतीजा है, ज्ञानेंद्र ने कहा कि विस्तृत जांच के बाद इसका पता चलेगा। उन्होंने कहा कि सरकार इसे कोई आम हत्या का मामला मानकर नहीं चल रही है। सोमवार को हर्ष की शवयात्रा के दौरान शहर में आगजनी और पथराव की घटनाएं सामने आई थीं। इस सिलसिले में पुलिस ने निषेधाज्ञा उल्लंघन का एक मामला दर्ज किया है।