नई दिल्ली। रेलवे में खाने की सुविधा Indian Railways तो हालांकि कुछ दिन पहले Indian Railways IRCTC एक बार फिर शुरू कर दी गई है। लेकिन अब इसमें खाने की गुणवत्ता को लेकर रेलवे एक नया कदम उठाने जा रहा है। अगर आप भी रेल में मिलने वाले खाने की सुविधा का लाभ उठाते हैं तो ये खबर आपके काम की है।
दरअसल रेलवे अब नियमित तौर पर यात्रियों को मिलने वाले खानपान की जांच करेगी। इतना ही नहीं इसकी शिकायत मिलने पर उसे दूर भी किया जायेगा। IRCTC द्वारा ये कदम उठाते हुए बेस किचन में खाने की क्वालिटी की नियमित जांच करेगा। आपको बता दें सही रूप से खाने की जांच हो सके इसके लिए विशेष रूप से फूड सेफ्टी सुपरवाइजर की तैनाती की जाएगी।
इसलिए उठाया गया ये कदम —
आपको बता दें Indian Railways कई बार यात्रियों द्वारा ट्रेनों में खाने की क्वालिटी को लेकर शिकायत की गई। जिस पर गंभीरता से कदम उठाते हुए रेलवे ने फैसला लिया है। जिसके बाद अब ट्रेनों में रेगुलर खाने की जांच की जाएगी।
इतने फूड सेफ्टी सुपरवाइजन करेंगे जांच —
रेलवे द्वारा उठाए जा रहे इस कदम में 50 एफएसएस (Food Safety Supervisor) खाने की क्वालिटी की जांच करेंगे। आपको बता दें अभी तक कोरोना महामारी को देखते हुए ट्रेनों में पैसेंजर्स को भोजन की सुविधा उपलब्ध नहीं कराई जा रही थी। लेकिन बीते कुछ दिनों से आईआरसीटीसी ने इसे सभी ट्रेनों में एक बार फिर शुरू कर दिया था।
लैब में होगी खांने की जांच —
रेलवे द्वारा किए जाने वाली रेगुलर जांच के लिए लैब में टेस्टिंग होगी। यात्रियों द्वारा की जा रही शिकायतों को दूर किया जाएगा। IRCTC एक महत्वपूर्ण कदम के तहत बेस किचन में खाने की क्वालिटी की नियमित जांच करने जा रहा है. इसके लिए खासतौर पर फूड सेफ्टी सुपरवाइजर तैनात किए जाएंगे। वहीं फूड प्रोडक्ट्स की जांच के लिए निजी लैब की भी मदद ली जाएगी।
आवेदन मंगाए गए हैं —
इस कार्य के लिए रेलवे एफएसएस तैनात करेगा। इस पर कदम उठाते हुए शुरुआत में 50 एफएसएस तैनात करने के लिए आवेदन मंगाए गए हैं। आपको बता दें कोरोना काल के पहले आईआरसीटीसी के पास 46 बेस किचन थे। जिसमें हर किचन पर एक फूड सुपरवाइजन तैनात रहेगा।
निजी कंपनी कराएगी सर्वे —
इन सुपर वाइजर की जिम्मेदारी क्वालिटी को तुरस्त करने की थी। यात्री रेलवे में मिलने वाले भोजन से कितना संतुष्ट हैं इसके लिए प्राइवेट एजेंसियों से सर्वे कराया जाएगा। दो साल तक सर्वे कराकर एजेंसी के कर्मचारी रिपोर्ट तैयार करेंगे।
इन ट्रेनों में है भोजन की सुविधा —
इस तरह की सर्विसेज लगभग 428 ट्रेनों में पहले ही शुरू की जा चुकी है। तो वहीं 21 दिसंबर से 30 फीसदी और 22 जनवरी तक 80 फीसदी ट्रेनों में सर्विस शुरू की जा चुकी थी। बाकी 20 फीसदी ट्रेनों में इसे 14 फरवरी से बहाल कर दिया गया था। आपको बता दें प्रीमियम ट्रेनों जैसे राजधानी, शताब्दी, दुरंतो में इस पके भोजन पका हुआ खाना पहले ही 21 दिसंबर को बहाल कर दिया गया था।