मुंबई। भू-राजनीतिक तनाव बढ़ने के बीच जोखिम वाली संपत्तियों के प्रति निवेशकों की धारणा प्रभावित होने से विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में मंगलवार को डॉलर के मुकाबले रुपया 31 पैसे की गिरावट के साथ 74.86 (अस्थायी) प्रति डॉलर पर आ गया। बाजार सूत्रों ने कहा कि विदेशी संस्थागत निवेशकों की सतत निकासी, घरेलू शेयर बाजार में सुस्ती तथा कच्चे तेल की कीमतों में तेजी के कारण निवेशकों की कारोबारी धारणा प्रभावित हुई।
अंतरबैंक विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में रुपया 74.71 प्रति डॉलर पर खुला लेकिन बाद में 74.99 रुपये के निम्न स्तर तक चला गया। अंत में रुपया 31 पैसे की गिरावट के साथ 74.86 प्रति डॉलर पर बंद हुआ। इस बीच, डॉलर सूचकांक 0.04 प्रतिशत के नुकसान से 96.03 रह गया। इसके अलावा आपूर्ति चिंताओं के कारण कच्चे तेल की कीमत भी लगभग सात वर्ष के उच्चतम स्तर को छू गई। इन घटनाक्रमों के कारण रुपये में गिरावट आई। वैश्विक मानक ब्रेंट कच्चे तेल का दाम 3.56 प्रतिशत की तेजी के साथ 98.79 डॉलर प्रति बैरल पर पहुंच गया।