पटना। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने दो दिन के अपने दिल्ली दौरे के दौरान प्रशांत किशोर से मुलाकात करने के साथ चारा घोटाले को लेकर राजद प्रमुख लालू प्रसाद यादव के पक्ष में प्रियंका गांधी द्वारा की गई टिप्पणी की आलोचना की। अपने नेत्र रोग विशेषज्ञ से मुलाकात करने और भाजपा नेता भूपेंद्र यादव एवं सुशील कुमार मोदी के परिवार की शादियों में शामिल होने राष्ट्रीय राजधानी गए नीतीश शनिवार देर शाम पटना लौट आए।
दिल्ली में अपने प्रवास के दौरान प्रशांत किशोर से लंबे अंतराल के बाद हुई मुलाकात के बारे में पत्रकारों द्वारा पूछे जाने पर नीतीश ने कहा, ‘प्रशांत किशोर से पुराना रिश्ता है। मुलाकात का कोई खास मतलब नहीं निकाला जाना चाहिए।’ प्रशांत किशोर, जिन्होंने 2015 के बिहार विधानसभा चुनाव में नीतीश कुमार के लिए एक राजनीतिक रणनीतिकार के तौर पर काम किया था और जिन्हें नीतीश ने खुद जदयू के अध्यक्ष पद पर आसीन रहने के दौरान पार्टी का राष्ट्रीय उपाध्यक्ष बनाया था, को सीएए-एनआरसी के विरोध में दिए गए बयान को लेकर सहयोगी पार्टी भाजपा की नाराजगी से बचने के लिए जदयू से निष्कासित कर दिया गया था।
चारा घोटाला मामले को लेकर लालू के पक्ष में कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी की टिप्पणी के बारे में पूछे जाने पर नीतीश ने कहा, ‘अदालत में विचाराधीन किसी मामले पर इस तरह की टिप्पणी पर आश्चर्य हो रहा है।’ जदयू प्रमुख ने कहा कि लालू को चारा घोटाले से जुडे कुछ मामलों में अदालत द्वारा पूर्व में सजा सुनाई जा चुकी है और बाकी मामलों को लेकर निर्णय आना बाकी है, ऐसे में इस पर किसी प्रकार की टिप्पणी करने की आवश्यक्ता ही नहीं है।