इंदौर। सबसे साफ शहर का खिताफ Indore Bio CNG Plant पा चुका इंदौर शहर एक और इतिहास रचने जा रहा है। यहां एशिया के सबसे बड़े बायो CNG प्लांट का शुभारंभ हो गया। जिसके बाद यहां गैस का उत्पादन शुरू हो जाएगा। प्रधानमंत्री मोदी ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से इंदौर स्थित शहरी गीले कचरे से बायो-सीएनजी बनाने के एशिया के सबसे बड़े गोबर-धन प्लांट का लोकार्पण किया।
पहले परीक्षण में इतनी तैयार हुई गैस —
पहले परीक्षण के तौर पर 250 से 500 किलो बायो CNG तैयार की गई है। इस प्लांट को देवगुराड़िया स्थित ट्रेंचिंग ग्राउंड में नगर निगम की तरफ से कूड़ा डालने की जगह पर तैयार किया गया है।
इस तरह प्लांट करेगा काम —
आपको बता दें इस प्लांट में वॉक थ्रू लगाया गया है। ये वॉक थ्रू एक कंटेनर होता है, जिसमें कचरा क्रेन के जरिये मशीन में डाला जा रहा है। इस प्लांट में तैयार की जा रही गैस को सेकेंड यूनिट में लाया जाता है। यहां गैस में से कार्बन डाइऑक्साइड समेत अन्य अशुद्धियों को हटाया जाता है। इसका पहला परीक्षण पूरा हो चुका है।
इतना रखा गया है लक्ष्य —
निगम आयुक्त प्रतिभा पाल के अनुसार इस प्लांट के जरिये 50 टन गीले कचरे से 18 हजार किलो बायो CNG तैयार करने का लक्ष्य रखा गया है। प्लांट में तैयार होने वाली 50 प्रतिशत बायो CNG से बसें भी चलेंगी।
सीएम ने दिया था न्यौता —
आपको बता दें इस प्लांट के उद्घाटन के लिए सीएम शिवराज ने प्रधानमंत्री मोदी को निमंत्रण दिया था। उनके अनुसार इंदौर में 50 टन गीले कचरे से 18 हजार किलो गैस तैयार करने वाला प्लांट एशिया का सबसे बड़ा बन गया है। स्वच्छता में देशभर में अपना परचम लहरा चुके इंदौर शहर का ये प्लांट पर्यावरण संरक्षण के लिए किसी मिसाल से कम नहीं है।