देहरादून। हरिद्वार धर्म संसद में घृणा भाषण मामले में पिछले माह गिरफ्तार उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद जिले के डासना मंदिर के मुख्य पुजारी यति नरसिंहानंद को बृहस्पतिवार को जेल से रिहा कर दिया गया। जेल से रिहा होने के तत्काल बाद नरसिंहानंद इस मामले में सह अभियुक्त जितेंद्र नारायण त्यागी उर्फ वसीम रिजवी की रिहाई की मांग को लेकर भूख हडताल फिर से शुरू करने के लिए सर्वानंद घाट की ओर रवाना हो गए। महिलाओं के खिलाफ आपत्तिजनक टिप्पणी करने तथा एक पत्रकार को अपशब्द बोलने के मामले में भारतीय दंड संहिता की धारा 509 के तहत दर्ज मामले में यहां की एक स्थानीय अदालत से मंगलवार को जमानत मिलने के बाद उन्हें रिहा किया गया है ।
त्यागी के बिना रिहाई का कोई मतलब नही
हांलाकि, धर्म संसद मामले में नरसिंहानंद को सात फरवरी को जमानत मिल गयी थी लेकिन अन्य लंबित मामलों के कारण उन्हें जेल से रिहा नहीं किया गया था । नरसिंहानंद ने पिछले साल दिसंबर में हरिद्वार में एक सम्मेलन आयोजित किया था जिसमें कई वक्ताओं ने कथित तौर पर मुसलमानों के खिलाफ नफरत फैलाने वाले भाषण दिए थे । जेल से बाहर आते हुए उन्होंने संवाददाताओं को बताया कि त्यागी के बिना उनकी रिहाई का कोई मतलब नहीं है और उनकी रिहाई के लिए वह सर्वानंद घाट पर भूख हडताल फिर शुरू करने जा रहे हैं । उन्होंने बताया कि यह हड़ताल तब तक जारी रहेगी जब तक कि त्यागी को रिहा नहीं किया जाता । त्यागी की जमानत अर्जी पर उत्तराखंड उच्च न्यायालय 21 फरवरी को सुनवाई करेगा ।