टेडी बियर का इस्तेमाल रूठे को मनाने के लिए, तो वही प्यार का इजहार करने के लिए किया जाता है। लेकिन क्या आप जानते है कि टेडी बियर की शुरूआत कैसे हुई थी, कपड़े के इस गुड्डे का नाम टेडी बियर क्यों पड़? इस बात से बहुत ही कम लोग वाकिफ है। गोल मटोल और मासूम से दिखने वाले टेडी बियर की शुरूआत 15 फरवरी 1903 से शुरू हुई थी और इस साफ्ट टॉय को बाजार में उतारा गया था। आज ही के दिन यानी 15 फरवरी को टैडी बियर की दुनिया से पहली मुलाकात हुई थी।
कैसे हुई इस खिलौने की शुरूआत
बात साल 1902 की है। 14 नवंबर को मिसिसिपी के गवर्नर एंड्रू एच लॉन्गिनो ने अमेरिका के राष्ट्रपति थियोडोर टेडी रूजवेल्ट को निमंत्रण दिया था। गवर्नर के निमंत्रण मिलने के बाद रूजवेल्ट मिसिसिपी राज्य गए थे। रूजवेल्ट मिसिसिपी की यात्रा के दौरान भालू का शिकार करना चाहते थे, लेकिन वह भालू का शिकार नहीं कर पाए। भालू का शिकार नहीं कर पाने पर रूजवेल्ट काफी दुखी हुए। इसके बाद रूजवेल्ट के असिस्टेंट हॉल्ट कॉलियर ने राष्ट्रपति थियोडोर रूजवेल्ट को देखकर एक काले भालू को पेड़ से बंधवा दिया और रूजवेल्ट को उसका शिकार करने की सलाह दी। लेकिन राष्ट्रपति थियोडोर रूजवेल्ट भालू की मासूमियत को देखकर उस पर गोली नहीं चला सके। यह घटना अमेरिका के अखबारों में भी प्रकाशित हुई थी। इसके बाद एक पॉलिटिकल कार्टूनिस्ट ने घटना पर एक कार्टून बनाया था, जो 16 नवंबर 1902 को वाशिंगटन पोस्ट अखबार में छापा था।
अमेरिका से शुरू थी टैडी की शुरूआत
अखबार में प्रकाशित हुए कार्टून को देखकर एक दूकानदार मॉरिस मिकटॉम ने एक भालू बनाया, जिसे उन्होंने उसका नाम टैडी दिया। अमेरिका के तत्कालीन राष्ट्रपति थियोडोर रूजवेल्ट को प्यार से टैडी के नाम से पुकारा जाता था। मॉरिस मिकटॉम ने अपने भालू का नाम टैडी रखने के लिए बाकायदा राष्ट्रपति रूजवेल्ट से इजाजत मांगी थी। उन्होंने अपने खिलौने का नाम टैडी रखने के लिए राष्ट्रपति को एक अर्जी भेजी थी। वही राष्ट्रपति ने भी खिलौने का नाम टैडी रखने की अनुमति दे दी थी। उस समय मिख्टॉम और रूजवेल्ट को यह नहीं पता था की एक दिन यह खिलौना दुनिया की पसंद बन जाएगा।
मॉरिस मिकटॉम ने बनाई कंपनी
राष्ट्रपति रूजवेल्ट की सहमति के बाद मॉरिस मिकटॉम बड़े पैमाने पर टेडी बियर बनाने लगे। जब उनके इस खिलौने की मांग ज्यादा होने लगी तो, उन्होंने एक कंपनी खोल ली। फिर क्या मॉरिस मिकटॉम के टैडी बियर का व्यापार धीरे—धीरे पूरी दुनिया में फैल गया। दुनियाभर में लोग इसे तोहफे के रूप में इस्तेमाल करने लगे।