नई दिल्ली। सूर्य ग्रह ने Surya Ka Gochar 2022 अपना राशि परिवर्तन कर लिया है। जी हां मकर राशि में चल रहे सूर्य, राशि परिवर्तन करके कुंभ राशि में प्रवेश कर चुके हैं। आपको बता दें सूर्य के इस परिवर्तन के साथ इन्होंने गुरु के साथ युति बना ली है। आपको बता दें जब भी दो या इससे ग्रहों की युति होती है तो इसका जातकों पर पड़ने वाला प्रभाव भी खास होता है। पंडित राम गोविन्द शास्त्री के अनुसार सूर्य और गुरू की युति वैसे तो सभी जातकों पर असर दिखाएगी। लेकिन मुख्य रूप से 5 राशियों के लिए ये युति खास प्रभाव देने वाली है।
इन राशियों को रहना होगा सतर्क —
सूर्य का गोचर कर्क, वृश्चिक और मीन राशि वालों को प्रतिकूल प्रभाव डाल सकता है। इस दौरान इन्हें हर कार्य में सावधान रहने की जरूरत है। तो वहीं बाकी सभी राशियों के लिए ये गोचर शुभ फल देगा।
इनके लिए युति का होगा खास लाभ —
मेष राशि (Aries) —
मेष राशि वालों को सूर्य और गुरु की युति बेहद लाभकारी साबित होगी। आप जीवन में जो भी करेंगे उसमें सफलता मिलेंगी। सेविंग में आप कामयाब होंगे।
कर्क राशि(Cancer) —
इस राशि के जातक किसी नई कार्य की शुरुआत कर सकते हैं। कैरियर में लेके बड़ा बदलाव हो सकता है। समाज में आपकी पद-प्रतिष्ठा बढ़ेगी। आर्थिक दृष्टि से दिन अच्छा बीतेगा। व्यापार में लाभ होगा।
कन्या राशि (Virgo) —
दोनों ग्रहों की युति हर काम में शुभ परिणाम दिलाएगी। अगर आप नौकरीपेशा हैं तो प्रमोशन के योग हैं। बिजनेस में लाभ होता दिखाई देगा। अगर किसी नई योजनाओं की प्लानिंग कर रहे हैं तो लाभ होगा। दांपत्य जीवन अच्छा बीतेगा। ग्रहों की युति बेहद भाग्यशाली साबित होगी।
धनु राशि (Sagittarius) —
ग्रहों की युति मेहनत का पूरा लाभ दिलाएगी। अगर आप नौकरी में हैं तो इंक्रीमेंट लगेगा। व्यापार में किए गए प्रयास सफलता दिलाएंगे। दोस्तों से आर्थिक सहयोग प्राप्त होगा। अगर आप पार्टनरशिप में कोई काम शुरू करना चाहते हैं तो लाभ मिलेगा।
कुंभ राशि (Aquarius) —
ग्रहों की युति आर्थिक दृष्टिकोण से लाभकारी साबित होने वाली है। अगर आपके पास कोई जमा पूंजी में तो उसमें बढ़ोतरी हो सकती है। व्यापार बढ़ेगा तो आर्थिक लाभ भी होगा। कहीं निवेश करेंगे तो आर्थिक लाभ के आसार दिख रहे हैं।
हर एक महीने में बदलती है सूर्य की चाल —
ज्योतिषाचार्य पंडित रामगोविन्द शास्त्री के अनुसार 14 जनवरी से मकर राशि में चल रहे सूर्य 13 फरवरी को कुंभ में प्रवेश करने जा रहे हैं। इसके बाद ये 14 मार्च को मीन में गोचर करेंगे। उनके अनुसार 13 फरवरी यानि रविवार को सूर्य देव सुबह 7:36 पर मकर से कुंभ में प्रवेश करेंगे। 14 मार्च तक सूर्य इसी स्थिति में रहेंगे।
कुंडली में ऐसी होती है स्थिति सूर्य की —
ज्योतिषाचार्य के अनुसार सूर्य पहले भाव में उच्च के माने जाते हैं। पहला भाव यानि मेष राशि। जब जातक की कुंडली में पहले भाव में सूर्य विराजमान होते हैं तो समझ लीजिए आपको जीवन में यज, सम्मान बहुत तेजी से मिलने वाला है। वहीं कुंडली के सातवें भाव यानि तुला राशि में सूर्य नीच के माने जाते हैं। यदि आपकी कुंडली में भी सूर्य की ये स्थितियां हैं तो आपको सतर्क होने की जरूरत है। इसके विपरीत ये अपनी स्वराशि यानि सिंह में सामान्य फल देने वाले माने जाते हैं।
इन उपायों से बनेंगे सूर्य मजबूत –
- अगर आपकी कुंडली में सूर्य नीच के या कमजोर स्थिति में हैं तो आपको ये उपाय करने चाहिए।
- सूर्योदय के समय भगवान सूर्य देवता को अक्षत डालकर जल अर्पित करें।
- सूर्य मंत्र का जाप करें।
- गायत्री मंत्र का जाप करें।
- दाहिने हाथ की अनामिका अंगुली में माणिक का धारण करने से सूर्य मजबूत होते हैं।
नोट : इस लेख में दी गई सूचनाएं सामान्य जानकारियों पर आधारित है। बंसल न्यूज इसकी पुष्टि नहीं करता। अमल में लाने से पहले विशेषज्ञ की सलाह जरूर लें।