नई दिल्ली। व्हेल को दुनिया के सबसे विशाल जीवों में से एक माना जाता है। पूरी तरह से विकसित एक व्हेल मछली की लम्बाई लगभग 110 फीट और वजन 180 टन तक हो सकता है। समुद्र में इसे देखकर बड़े-बड़े पनडुब्बी भी अपना रास्ता बदल लेते हैं। इतने विशालकाय होने के बावजूद इंसानों के लिए ये बिल्कुल खतरनाक नहीं होती है।
हालांकि, मौत के बाद यह इंसानों के लिए जरूर खतरनाक हो जाती है।
सुनने में थोड़ा अजीब जरूर लग रहा है, लेकिन यह सच है। व्हेल का मृत शरीर काफी खतरनाक होता है। क्योंकि यह एक बम विस्फोट की तरह इंसानों की मौत का कारण बन सकता है। आइए जानते हैं कि आखिर व्हेल के मरने के बाद ऐसा क्या होता है कि उसका शव खतरनाक हो जाता है…
क्यों खतरनाक है व्हेल का मृत शरीर
व्हेल जब मर जाती है तो समुंदर की लहरें उसको किनारे लाकर फेक देती हैं। ऐसे में जो लोग जिंदा व्हेल नहीं देख पाए हैं, तो उसका शव देखने के लिए करीब पहुंच जाते हैं, लेकिन शायद आप नहीं जानते होंगे कि मरी हुई व्हेल के पास जाना खतरनाक हो सकता है, क्योंकि मरी हुई व्हेल के शरीर में कभी भी विस्फोट हो सकता है। विस्फोट होने की वजह से यह फट जाती है, जिसकी वजह से व्हेल को मरने के बाद इंसानों के लिए खतरा माना जाता है।
मरी हुई व्हेल के शव में क्यों होता है विस्फोट?
मरी हुई व्हेल के शव में विस्फोट इसलिए होता है क्योंकि जीवों के मरने के बाद उनके शरीर के अंदरूनी हिस्सों को बैक्टीरिया खाना शुरू कर देते हैं, जिसके कारण उनके शरीर में कई तरीके की गैसों का निर्माण होता है, उन गैसों की वजह से उनका शरीर फूलने लगता है। यही प्रक्रिया व्हेल के अंदर भी भारी मात्रा में होती है। वहीं व्हेल की बाहरी परत काफी मजबूत होती है, जिस वजह से शरीर से गैसें निकल नहीं पाती हैं और विस्फोट हो सकता है। इसलिए व्हेल की बॉडी में कट कर दिया जाता है ताकि गैस निकलती रहे।
कई बार ऐसा भी हुआ है कि कट करते वक्त ही व्हेल की बॉडी फट जाती है और मांस बाहर आकर कई मीटर दूरी तक फैल जाते हैं। इसलिए बॉडी को कट करने से पहले भी कई चीजों का ध्यान रखना पड़ता है। जब कई टन की व्हेल का शरीर फटता है तो हालात बहुत ज्यादा खराब हो जाते हैं।