भोपाल। जून, 2020 में लद्दाख की गलवान घाटी में चीनी सैनिकों के साथ हिंसक झड़प में भारतीय सेना के एक कर्नल सहित 20 सैनिक शहीद हो गए थे। इसमें रीवा के रहने वाले दीपक सिंह भी शामिल थे। अब उनकी पत्नी रेवा देवी जल्दी ही भारतीय सेना में शामिल होंगी। रेखा देवी ने पर्सनैलिटी और इंटेलिजेंस टेस्ट क्लीयर भी कर लिया है। अब उन्हें ट्रेनिंग के लिए चेन्नई स्थित ऑफिसर्स ट्रेनिंग एकेडमी में भेजा जाएगा।
रीवा के रहने वाले थे दीपक सिंह
एकेडमी में नौ महीने तक ट्रेनिंग के बाद उन्हें सेना में कमीशन दिया जाएगा। बता दें कि शहीद दीपक सिहं को नवंबर, 2021 में मरणोपरांत वीर चक्र से सम्मानित किया गया था। 15 जुलाई, 1989 को रीवा जिले के फारंदा गांव में पैदा हुए दीपक सिंह साल 2012 में भारतीय सेना के बिहार रेजिमेंट में चिकित्सा कोर में भर्ती हुए थे। जनवरी, 2020 में उनकी पदस्थापना लद्दाख में हुई थी, लेकिन करीब पांच महीने बाद ही चीनी सैनिकों के साथ हुए मुठभेड़ में उनकी जान चली गई।
शहीद होने से आठ महीने पहले ही हुई थी शादी
बता दें कि शहीद होने से करीब आठ महीने पहले ही दीपक की शादी हुई थी। शादी के बाद केवल एक ही बार ही वे पत्नी से मिल पाए थे। जब वे होली की छुट्टियों में गांव आए थे। तब पत्नी ने उनसे कश्मीरी शॉल और गहने लाने को कहा था। उन्होंने लाने का वादा भी किया था। शहीद होने से 15 दिन पहले जब उनकी बात फोन पर परिवार के लोगों से हुई थी तो उन्होंने जल्द घर आने का वादा किया था।
भाई भी सेना में हैं
गौरतलब है कि शहीद दीपक सिंह के पिता गजराज सिंह किसान हैं जबकि बड़े भाई प्रकाश सिंह भी सेना में हैं। दीपक अपने बड़े भाई से प्रेरित होकर ही सेना में शामिल हुए थे। स्कूल के दिनों में ही उन्होने सेना को अपना लक्ष्य बना लिया था और छोटी उम्र से ही सेना में प्रवेश के लिए तैयारियों में जुट गए थे।