नई दिल्ली। देवगुरु अस्त Guru Ka Gochar होने वाले हैं। अगर आप भी कोई शुभ कार्य करना चाहते हैं। तो 22 तारीख के पहले कर लें। क्योंकि इसी महीने की 22 तारीख यानि 22 फरवरी को गुरु देव अस्त होने जा रहे हैं। ज्योतिषाचार्य पंडित रामगोविन्द शास्त्री के अनुसार देवगुरु 23 मार्च तक इसी स्थिति में रहेंगे। विवाह कार्यों के लिए देवगुरू का उदय होना बहुत जरूरी है। लेकिन इनके अस्त होते ही इन सब पर रोक लग जाएगी। ज्योतिषाचायो की मानें तो इसका सभी 12 राशियों पर असर दिखाई देगा। लेकिन इस दौरान गुरु के अस्त होने से चार राशियों को विशेष लाभ मिलेगा।
गुरु देता है सबसे शुभ फल —
सभी नौ ग्रहों में Guru Ka Gochar 2022 शुभ प्रभाव देने के लिए गुरु ग्रह सबसे महत्वपूर्ण हैं। इसका विभिन्न राशियों में गोचर कुछ राशियों को आसमान में पहुंचाता हैं तो कुछ को जमीन पर लाकर खड़ा कर देता है। अगर गुरु ग्रह गोचर में अच्छे स्थान पर हैं। लेकिन जातक की कुंडली में विंशोत्तरी दशा अच्छी नहीं है। तो भी गुरु के अच्छे स्थान पर होने के कारण जातक बहुत सारी बुराइयों और विपदाओं से बच जाता है। देवगुरु 27 नक्षत्रों में पुनर्वसु, विशाखा और पूर्वाभाद्रपद नक्षत्र के स्वामी हैं। जिस व्यक्ति पर गुरु की कृपा होती है, उस व्यक्ति को जीवन में किसी चीज की कोई कमी नहीं रहती है।
कर्क राशि में उच्च तथा शनिदेव की मकर राशि में नीच
आपको बता दें पंडित रामगोविन्द शास्त्री के अनुसार गुरु धनु और मीन के स्वामी हैं। जबकि ये कर्क राशि में उच्च के व मकर राशि में नीच के माने जाते हैं। 22 तारीख को गुरु के अस्त होने ही इसका लाभ मेष, मिथुन, सिंह और तुला राशि वाले जातकों को जरूर मिलेगा। जिसके शुभ फलों में इन्हें लाभ तथा करियर में प्रमोशन के प्रबल योग बनेंगे। हो सकता है इस दौरान कोई नई जिम्मेदारी भी मिल सकती है।
नोट : इस लेख में दी गई सूचनाएं सामान्य जानकारियों पर आधारित है। बंसल न्यूज इसकी पुष्टि नहीं करता। अमल में लाने से पहले विशेषज्ञ की सलाह जरूर लें।