लखनऊ। 5 राज्यों में चुनावी बिगुल बजने के साथ ही सियासी सरगर्मियां तेज़ हो चुकी हैं। सभी पार्टियों ने अपने-अपने हिसाब से तैयारी और उम्मीदवारों का चयन भी कर लिया है। खासकर उत्तर प्रदेश और कांग्रेस की बात करें, तो यहां कांग्रेस अपने अस्तित्व की लड़ाई लड़ती नजर आ रही है।
अकेले चुनाव लड़ने का फैसला
कांग्रेस ने इस बार उत्तरप्रदेश में अकेले चुनाव लड़ने का फैसला लिया है वो विधानसभा की 403 सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारेगी। जिसके लिए कांग्रेस उम्मीदवारों की दो लिस्ट जारी कर चुकी है। आइए जानते हैं क्या खास है उनकी इस लिस्ट में।
महिला उम्मीदवारों को टिकट
कांग्रेस ने इस बार बड़ी संख्या में महिला उम्मीदवारों को टिकट दिया है कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी पहले ही ये बोल चूकी हैं कि कांग्रेस इस बार 40 प्रतिशत महिला उम्मीदवारों को टिकट देंगी कांग्रेस की पहली लिस्ट में 125 उम्मीदवारों के नाम थे जिसमें से 50 महिलाएँ थीकांग्रेस की दूसरी लिस्ट में कुल 41 उम्मीदवार थे जिसमें से 16 महिला उम्मीदवारों के नाम शामिल थे। लेकिन लड़की हूँ लड़ सकती हूं के नारे के साथ प्रदेश में अपनी पैठ जमाने की राह जोह रही कांग्रेस का साथ कई महिला नेताओं ने ही छोड़ दिया है जिसमें कांग्रेस की पोस्टर गर्ल प्रियंका मौर्य और रायबरेली सदर से विधायक अदिति सिंह जैसे नाम शामिल हैं।
पिछले 3 दशक से सत्ता से बाहर
कांग्रेस यूपी में पिछले 3 दशक से सत्ता से बाहर है, जिसके चलते पार्टी के बड़े नेता पार्टी छोड़कर चले गए हैं और जनाधार भी खिसक गया है। 1989 के बाद से कांग्रेस सत्ता में वापसी के तमाम प्रयोग करती रही पर सब विफल रहे। 2017 में कांग्रेस अखिलेश के साथ मिलकर चुनाव लड़ी पर जनता ने इस गठबंधन को नकार दिया। इस गठबंधन में कांग्रेस मात्र 7 सीटों पर जीत हासिल कर पाई।
कांग्रेस का घोषणापत्र
अब बात करते हैं कांग्रेस के घोषणा पत्र की उत्तर प्रदेश चुनाव में कांग्रेस ने घोषणापत्र जारी किया है जिसका नाम । ‘भर्ती विधान’ रखा गया है। जिसमें 20 लाख युवाओं को रोजगार और प्राथमिक शिक्षा में डेढ़ लाख शिक्षकों की भर्ती पुलिस में खाली एक लाख पदों को भरे जाने जैसे वादे शामिल हैं। लेकिन क्या ये घोषणाएं कांग्रेस की सीटों का आकड़ा बढ़ा पाएंगी ये देखने वाली बात होगी।
ओपिनियन पोल में कांग्रेस
UP चुनाव के ओपिनियन पोल सामने आ चुके हैं जिसमें एबीपी सी वोटर, जी डिजाइन बाक्सड, इंडिया टीवी के सर्वे में कांग्रेस 3-7 सीट जीतती दिख रही है। सिर्फ डीबी लाइफ के सर्वे में कांग्रेस दहाई का आकड़ा छु रही जिसमें उसको 19-27 सीटें मिलती हुई दिख रही है।
कांग्रेस की बागडोर संभाल रही प्रियंका गांधी
अब बात करते हैं राज्य में कांग्रेस की बागडोर संभाल रही प्रियंका गांधी की प्रियंका गांधी 2019 के लोकसभा चुनावों से पहले राजनीति में बहुत सक्रिय नहीं रहीं। उनके चुनाव प्रचार सिर्फ अपनी माँ और भाई के संसदीय क्षेत्र यानी रायबरेली और अमेठी तक सीमित थे। 2019 के लोकसभा चुनाव से ठीक पहले प्रियंका की कांग्रेस में ऑफिसियल एंट्री हुई और उनको कांग्रेस का राष्ट्रीय महासचिव बनाया गया। इस बार के यूपी विधानसभा चुनावों में कांग्रेस को जीतानें का जिम्मा प्रियंका के कंधो पर है। अब 10 मार्च को आ रहे यूपी चुनाव के नतीजें ही बतायेंगे कि लड़की हूं लड़ सकती हूं का नारा हो या प्रदेश में प्रियंका की सक्रियता इसका कितना फायदा कांग्रेस को होगा