भोपाल। शौयपूर्ण कार्य के लिए केंद्र सरकार द्वारा दिया जाने वाले पुलिस वीरता पदक के लिए इस बार सागर के एसपी तरुण नायक को चुना गया है। उन्हें ये सम्मान बालाघाट के पुजारी टोला के एक घर में हुई नक्सली घटना के लिए दिया जाएगा। जहां उन्होंने रात करीब आधे घंटे चली मुदभेड़ में 28 लाख के इनामी नक्सलियों को ढेर कर दिया था।
उनकी इसी बहादुरी और शौये के लिए केंद्रीय गृह मंत्रालय द्वारा उन्हें पुलिस वीरता पदक दिया जाएगा। बंसल न्यूज को दिए इंटरव्यू में तरुण नायक ने बताया कि इस मुदभैड़ के दौरान बस मन में एक ही विचार चल रहा था कि बिना पुलिस और जनता को हानि पहुंचाए कैसे आपरेशन को अंजाम दिया जाए। करीब आधे घंटे तक चली इस मुदभैड़ के बाद सफलता हासिल की। 15 अगस्त 2022 को भोपाल में मुख्यमंत्री द्वारा उन्हें ये पदक दिया जाएगा।
15 अगस्त काे मुख्यमंत्री देंगे वीरता पदक —
वर्तमान में तरुण नायक सागर एसपी के पद पर पदस्थ हैं। उन्हें यह सम्मान स्वतंत्रता दिवस पर 15 अगस्त 2022 को भोपाल में मुख्यमंत्री द्वारा दिया जाएगा। आपकों बता दें तरुण नायक सागर के दूसरे पुलिस अधीक्षक हैं जिन्हें वीरता के लिए ये पुलिस वीरता पदक दिया जाएगा। आपको बता दें बीते कुछ दिनों पहले ही भारतीय पुलिस सेवा के प्रवर श्रेणी वेतनमान के रूप में पदोन्नत किया गया था। तरुण नायक तेज तर्रार आईएएस व सागर की पूर्व कलेक्टर प्रीति मैथिल के पति हैं। वर्ष 2013 में आईएएस प्रीति मैथिल से शादी हुई थी। प्रीति मैथिल ने कोरोना की दस्तक के समय सागर में अपनी अलग कार्यशैली के दमपर सागरवासियों के लिए में एक अलग पहचान बनाई थी। सीएम शिवराज सिंह भी तरुण नायक के काम की प्रशंसा कर चुके हैं। तरुण नायक से पहले ये सम्मान वर्ष 2012 में सागर में पदस्थ रहे एसपी अभय सिंह को दिया गया था।
ये था मामला —
पुलिस अधीक्षक तरुण नायक ने बताया कि सीधी के बाद वर्ष 2019 में उनकी पाेस्टिंग हाॅक फाेर्स कमांडेंट बालाघाट में हुई। यहां नक्सलियों की गतिविधियों में 9-10 जुलाई की दरम्यानी रात की ये घटना थी। जब बालाघाट के लांजी थाना के देवरबेली इलाके के पुजारी टोला में एक घर में नक्सली छिपे हाेने की सूचना हमें मिली थी। जिसके बाद वरिष्ठ अधिकारियाें की सूचना देने के बाद तरुण नायक और एसपी अभिषेक तिवारी ने पुलिस व हाॅक फाेर्स के साथ गांव पहुंचकर ज्वाइंट ऑपरेशन में इस मिशन को अंजाम दिया।
पहले गांव की घेराबंदी की गई —
सूचना मिलते रात के अंधेरे में गांव की घेराबंदी करके आपरेशन शुरू किया गया। घर के अंदर 8-10 नक्सली होने के सूचना मिलते ही उन्हें सरेंडर करने के लिए चेतावनी दी गई। उनके द्वारा बात न मानकर फायरिंग शुरू कर दी गई। जिसके बाद सभी ने मोर्चा संभालकर जवाबी फायरिंग शुरू कर दी। सामने से फायरिंग रुकने पर सर्चिंग शुरू की गई। जिसके बाद एक महिला व एक पुरुष नक्सली की डेड बाॅडी मिली। दाेनाें की गाेली लगने से माैत हुई थी। बाकी साथी अंधेरे में भाग निकले। मारे गए नक्सलियाें की पहचान की गई तो वे तीन राज्यों के 28 लाख के इनामी बदमाश निकले। जिसमें अशोक उर्फ मंगेश (21) एसीएम टांडा एरिया कमेटी और महिला नक्सली की शिनाख्त नंदे (19) टांडा एरिया कमेटी सदस्य शामिल थीं।
इन जखीरों के साथ थे नक्सली —
इन नक्सलियों पर हत्या, हत्या का प्रयास समेत कई मामले दर्ज थे। जिसमें दो नक्सलियाें पर महाराष्ट्र, छत्तीसगढ़ व मप्र में 14-14 लाख का इनाम घाेषित किया गया था। पुरुष नक्सली से एसएलआर, तीन मैग्जीन 49 राउंड, दाे बायरलेस सेट, एक माेबाइल चार्जर, टाॅर्च, पिट्ठू बैग, नगद 10 हजार 720 व दाे डायरी मिली तथा महिला नक्सली से 315 बाेर रायफल, छाता, चाकू, सुई-धागा व पेन मिला।
एक नजर —
- तरुण नायक 2009 बैच के आईपीएस अफसर हैं।
- एसपी के तौर पर पहली पोस्टिंग अशोकनगर में रही।
- एएसपी भिंड रहे।
- तरुण नायक को स्वच्छ छवि, धैर्य एवं तेजतर्रार कार्यप्रणाली के लिए जाना जाता है।
- पुलिस वीरता पदक दिया जाएगा