पटना। उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में नीतीश कुमार की पार्टी जदयू भाजपा से अलग चुनाव लड़ेगी। हालांकि बिहार में जदयू और भाजपा के गठबंधन की सरकार है। इसलिए काफी समय से यह सवाल उठाए जा रहे थे कि यूपी में जदयू का अलग चुनाव लड़ना बिहार पर भाजपा-जदयू गठबंधन पर कितना असर डालता है। लेकिन अब जदयू ने सभी सवालों का जवाब देते हुए स्थिती साफ कर दी है।
गठबंधन पर नहीं पड़ेगा कोई असर
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की पार्टी जनता दल (यूनाइटेड) ने शनिवार को कहा कि उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में अकेले लड़ने के उसके फैसले का यहां भारतीय जनता पार्टी के साथ गठबंधन पर कोई असर नहीं पड़ेगा। जद(यू) के राष्ट्रीय अध्यक्ष राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन ने कहा कि पार्टी ने कई राज्यों में भाजपा के विरुद्ध चुनाव लड़ा है लेकिन उससे बिहार में सत्तारूढ़ गठबंधन प्रभावित नहीं हुआ है।
गठबंधन के लिए किया था प्रयास
ललन ने दिल्ली से लौटने के बाद यहां संवाददाताओं से कहा, ‘‘हमने अकेले लड़ने का निर्णय लिया क्योंकि उत्तर प्रदेश में भाजपा के साथ गठबंधन करने का प्रयास व्यर्थ रहा। हमारी पार्टी के वरिष्ठ नेता और केंद्रीय मंत्री आर सी पी सिंह ने इस दिशा में प्रयास किया था लेकिन अब वह कोई मुद्दा नहीं है
भाजपा के विरुद्ध लड़ा है चुनाव
ललन ने कहा कि हमने अरुणाचल प्रदेश और नगालैंड जैसे राज्यों में भाजपा के विरुद्ध चुनाव लड़ा है। हमने कई सीटें जीती हैं। तब बिहार में हमारे गठबंधन पर कोई असर नहीं हुआ था।