लंदन। ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन Boris johnson मंगलवार को ‘‘पार्टीगेट’’ मामले में और घिरते नजर आए क्योंकि उनके पूर्व शीर्ष सहयोगी डोमिनिक कमिंग्स ने आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री ने लॉकडाउन के दौरान आयोजित एक पार्टी के बारे में संसद में झूठ बोला था। कमिंग्स मई 2020 में एक उद्यान में पार्टी आयोजित किए जाने के समय 10 डाउनिंग स्ट्रीट में एक प्रमुख अधिकारी थे।
पिछले हफ्ते माफी मांग चुके हैं जॉनसन
जॉनसन ने पिछले हफ्ते ‘हाउस ऑफ कॉमन्स’ से माफी मांगते हुए कहा था कि उन्हें ‘‘पूरा विश्वास’’ है कि कामकाज के सिलसिले में इस पार्टी का आयोजन हुआ था। उस समय प्रधानमंत्री के मुख्य रणनीति सलाहकार रहे कमिंग्स ने अपने ऑनलाइन ब्लॉग पर दावा किया कि उनके बॉस को पूरी तरह से पता था कि यह वास्तव में एक पार्टी थी और वह शपथ लेकर कह सकते हैं कि उन्होंने जॉनसन को इसके खिलाफ आगाह किया था और इसे रद्द कराना चाहते थे।
प्रधानमंत्री कार्यालय ने नकारे आरोप
प्रधानमंत्री कार्यालय ने कहा है कि इसमें कोई सच्चाई नहीं है कि जॉनसन को ‘‘कार्यक्रम के बारे में आगाह किया गया था।’’ प्रधानमंत्री कार्यालय ने सरकार के मंत्रियों द्वारा कही गई बात को दोहराया कि इस मुद्दे पर सभी तथ्यों की छानबीन और किसी नतीजे के लिए कैबिनेट कार्यालय की जांच की अनुमति दी जानी चाहिए। प्रधानमंत्री कार्यालय के प्रवक्ता ने कहा, ‘‘जैसा कि उन्होंने (प्रधानमंत्री ने) पहले कहा था, वह निस्संदेह मानते हैं कि यह कामकाज से जुड़ा कार्यक्रम था। उन्होंने सदन से माफी मांगी है और जांच समाप्त होने के बाद एक और बयान देने के लिए वह प्रतिबद्ध हैं।’’
कमिंग्स किया दावे का खंडन
नवंबर 2020 में पद छोड़ चुके कमिंग्स ने इस दावे का खंडन करते हुए कहा, ‘‘प्रधानमंत्री को निमंत्रण के बारे में बताया गया था, उन्हें पता था कि इस पार्टी में शराब की व्यवस्था भी होगी। उन्होंने संसद से झूठ बोला है।’’ वर्ष 2020 से 2021 के बीच विभिन्न पाबंदियों के बीच डाउनिंग स्ट्रीट (प्रधानमंत्री कार्यालय) और ब्रिटेन सरकार के अन्य कार्यालयों में नियमों का उल्लंघन कर जमावड़ा, पार्टी आयोजित करने के आरोप लगे हैं।
20 मई 2020 हुआ था पार्टी का आयोजन
डाउनिंग स्ट्रीट में इस कथित पार्टी का 20 मई 2020 आयोजन को हुआ था। नियमों के उल्लंघन को लेकर जॉनसन पर इस्तीफे का दबाव बढ़ता जा रहा है। इन नए आरोपों से कंजरवेटिव पार्टी में जॉनसन के खिलाफ लामबंदी और बढ़ेगी। विपक्षी पार्टी के नेता भी सरकार को घेरने का प्रयास कर रहे हैं।