भोपाल। प्रदेश में ऑनलाइन गेम बच्चों को death-due-to-online-game अपने में जकड़ता ही जा रहा है। भोपाल में एक बार फिर ऑनलाइन गेम के चक्कर में एक छात्र की जिंदगी का गेम ओवर हो गया है। आपको बता दें इसी गेम के चक्कर में बजरिया में पांचवीं के स्टूडेंट ने फांसी लगाकर अपनी जान दे दी। पेरेंट्स का कहना है कि बच्चा मोबाइल में फ्री फायर गेम खेलने का आदी था। गेम की लत इस कदर पड़ गई थी कि उसने गेम फाइटर की ड्रेस तक ऑनलाइन मंगा ली थी। बुधवार दोपहर वह अपने चचेरे भाई आयुष के साथ कमरे में टीवी देख रहा था। इसी बीच, आयुष किसी काम से नीचे आ गया। थोड़ी देर बाद जब बच्चे मकान की तीसरी मंजिल पर पहुंचे तो उनकी आंखें फटी की फटी रह गई।
उन्होंने देखा कि सूर्यांश बॉक्सिंग रिंग में रस्सी के फंदे पर लटका था। बच्चों ने इसकी सूचना तुरंत घर के सदस्यों को दी। जब तक परिजन उसे अस्पताल ले जाते, बच्चे की मौत हो चुकी थी। पुलिस सूर्यांश के मोबाइल की जांच कर रही है। परिजनों ने पुलिस को बताया कि करीब 3 महीने पहले भी उसने सुसाइड की कोशिश की थी। आपको बता दें इन सब मामलों के सामने आने के बाद प्रदेश के गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ऐसी घटनाओं पर रोक लगाने के लिए एक्ट लागू करने की बात कही है। जिसका ड्राफ्ट तैयार हो गया है। जल्द ही इसे लागू किया जाएगा।
अभी तक की घटनाएं —
छतरपुर — छात्र ने ऑनलाइन गेम में 40 हजार हारने पर सुसाइड किया
राजगढ़ — युवक ने ऑनलाइन गेम में 10 लाख हारने पर ट्रेन से कटकर दी जान
इंदौर — ऑनलाइन गेम की वजह से हरदा की लड़की ने दी जान
सिंगरौली — गेम में जीते 50 हजार ना मिले पर दोस्त ने दोस्त को मार डाला