नई दिल्ली। इंटरनेट ने दुनिया बदल दी है। आज हम 70% काम इंटरनेट के सहयोग से करते हैं। आज के समय में इंटरनेट उतना ही जरूरी है जितना रोटी, कपड़ा और मकान। लेकिन अब इसी इंटरनेट का संचालन खतरे में है। क्योंकि दुनियाभर के इंटरनेट को रूसी पनडुब्बियों से खतरा है। हम सभी जानते हैं कि समुद्र में फैले केबल की मदद से ही पूरी दुनिया में इंटरनेट का इस्तेमाल किया जाता है। लेकिन अब ये केबल्स रूसी सबमरीन के चलते टूट या खराब हो सकती है।
सूचनाओं का आदान-प्रदान रूक सकता है
अगर ऐसा होता है तो दुनिया भर में सूचनाओं का आदान-प्रदान रूक सकता है। इतना ही नहीं माना जा रहा है कि इससे युद्ध भी छिड़ सकता है। इसको लेकर ब्रिटेन के रक्षा प्रमुख टोनी रेडकिन ने चेतावनी जारी की है। उन्होंने कहा कि रूस ने पिछले दो दशक से समुद्र के अंदर अपनी गतिविधियां बढ़ा दी हैं। ऐसे में उनकी पनडुब्बियों से इंटरनेट जाल को खतरा है।
रूस की पनडुब्बियां काफी गहराई में गोते लगाती हैं
दरअसल, रूस की पनडुब्बियां काफी गहराई में गोते लगाती हैं, इन गहराईयों में ही इंटरनेट के केबल्स बिछे हुए हैं। रूस के पास इतने शक्तिशाली सबमरीन भी हैं जो इन तारों को खराब करने या तोड़ने की क्षमता रखते हैं। ऐसे में ब्रिटेने ने चेतावनी जारी करते हुए कहा कि अगर रूस ऐसा करता है तो पुरी दुनिया में इंटरनेट का संकट हो जाएगा। जो कि सभी देशों की अर्थव्यवस्था, संचार, संपर्क आदि विषयों को रोक देगा।
जानकार क्या मानते हैं?
एक रिपोर्ट के मुताबिक रूस की पनडुब्बी इंटरनेट केबल का नक्शा बना रही है। रूस के तरफ से ऐसा क्यों किया जा रहा है इसपर कुछ कहा नहीं जा सकता। लेकिन जानकार मान रहे हैं कि रूस अपनी सुरक्षा और युद्ध की स्थिती में दुनिया को इंटरनेट से अलग करने के लिए रूस ऐसा कर रहा हो। वहीं इस मामले को लेकर अगले हफ्ते अमेरिका और नाटो मिलकर रूस से बात करने वाले हैं। इस बातचीत में इंटरनेट केबल का खतरा समेत कई मुद्दों पर बातचीत हो सकती है। सबकुछ अच्छा रहा तो इस मामले को अगले हफ्ते तक सुलझाया जा सकता है।