मधेपुरा । बिहार के मधेपुरा जिले के 84 वर्षीय एक ग्रामीण के इस दावे ने सनसनी फैला दी है कि उन्होंने 12 दफा संक्रमण रोधी टीका लगवाया है। वृद्ध ने दावा किया कि प्रत्येक बार टीके लगवाने के बाद उन्हें ‘‘बेहतर महसूस’’ हुआ है। मधेपुरा जिले के उदाकिशुनगंज अनुमंडल अंतर्गत ओराय गांव निवासी ब्रह्मदेव मंडल ने गत दिसंबर में 12वां टीका लगवाने का दावा किया है। उन्होंने कहा, ‘‘मैंने पंजीकरण कराने के लिए अलग-अलग मौकों पर अपने आधार कार्ड और अपने मतदाता पहचान पत्र का इस्तेमाल किया है’’।
उनके पास टीकाकरण कराने का कोई प्रमाणपत्र नहीं
डाक विभाग से सेवानिवृत्त कर्मचारी मंडल ने कहा, ‘‘हर एक खुराक ने मेरे पुराने पीठ दर्द को दूर करने में मदद की है।’’ पिछले वर्ष 13 फरवरी को पुरैनी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में कोरोना का पहला टीका लगवाने का दावा करने वाले मंडल ने कहा कि पहली खुराक लेने के बाद से उन्हें सर्दी जुकाम नहीं हुआ। उन्होंने कागज के एक टुकड़े पर टीके लगवाने की तारीख, समय और स्थान आदि के बारे में जानकारी दर्ज की है, लेकिन उनके पास टीकाकरण कराने का कोई प्रमाणपत्र नहीं है।
जांच के आदेश दिए
मामला सामने आने पर स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों ने जांच के आदेश दिए हैं। मधेपुरा के सिविल सर्जन अमरेंद्र प्रताप शाही ने कहा कि जांच के बाद उक्त व्यक्ति के दावों की सच्चाई के बारे में पता चल पाएगा। उन्होंने कहा कि नियमों के मुताबिक किसी भी व्यक्ति को टीके की दो से ज्यादा खुराक नहीं दी जानी चाहिए, फिर भी अगर उनका दावा सही निकला तो संबंधित स्वास्थ्यकर्मियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।